बिलासपुर : ट्रैफिक पुलिस और निगम की की सुस्ती की वजह से शासन के कानून को ठेंगा दिखाते हुए लोगों नें सड़कों को ही पर्किंग पॉइंट बना लिया है। जिसकी वजह शहर हृदय स्थल गांधी चौक से लेकर डीपी विप्र कालेज के बीच की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा कर रह गई है।
सबसे अधिक बद्दतर हालात इंदजीत काम्प्लेक्स से लेकर गांधी चौक के बीच में ही है। यहाँ की 120 फुट से अधिक की चौड़ी सड़क गांव की गलियों जैसी सकरी हो गई है। ठेलों ,दुकानदारो , कोचिंग सेंटर , बैंक के वाहनों के अलावा यहां पर धनाढ्य लोगो के वाहन सड़क को पार्किंग स्थल बना रखे है।
दिन तो दिन रात में भी यहाँ चार पहिया वाहन सड़क पर कब्जा किये रहते है। जिसकी वजह से रात में नो एंट्री खुलने के बाद भारी वाहनों के आवागमन की वजह से हमेशा दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है।
इंदजीत काम्प्लेक्स से लेकर गांधी चौक के बीच में पार्किंग को लेकर यह आलम है कि रसूखदारों के वाहनों के रसूख का इस क्षेत्र में बोल बाला है। एक तो इनके वाहन सड़क पर कब्जा जमाए हुए है तो दूसरी ओर इनकी दुकानों ने फुटपाथ को भी कब्जा लिया है।
इसके अलावा इनकी दुकानों मकानों के सामने ठेला गुमटी लगाने वालो से ये किराया तक अलग वसूल रहे है। अव्यवस्था का आलम यह है कि स्मार्ट सिटी मद से जो अभी हाल ही में नाला निर्माण कर फुटपाथ बना है। इसमे लगी मंहगी टाइल्स इनके कांउटर रखे जाने से टूट रही है।
यह क्षेत्र कोचिंग हब होने की वजह से मोटरसाइकिल, स्कूटर व कारें अनियंत्रित खड़ी रहती है। जिससे हमेशा इस रोड पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। जिसकी वजह से इस सड़क पर पैदल चलने वाले छात्रों और राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ती है। कोचिंग छूटते ही यहाँ मेला लग जाता है ऐसे में इस अव्यवस्थित क्षेत्र में बड़ा हादसा होने का भी खतरा बना हुआ है ।
इसी सड़क से होकर लोग पश्चिम उत्तर बिलासपुर की ओर जाते हैं या उधर से आते हैं यही से अपोलो या आसपास नर्सिंग होम या अन्य अस्पताल जाने आने का मुख्य रास्ता यही है। जिससे कई बार मरीजों को लेकरआने वाले लोगों को भी ट्रैफिक जाम का शिकार होना पड़ता है ।
अब ऐसे में किसी अनहोनी से भी इंकार नहीं किया जा सकता। इसी रोड पर दुकान करने वालों का कहना है कि इस सड़क पर अवैध पार्किंग की वजह से ट्रैफिक जाम लगना अब आम बात हो गई है। निगम और ट्रैफिक विभाग से अब उम्मीद नही है। ट्रैफिक विभाग सायरन बजा कर खानापूर्ति करके निकल जाता है।