अटल यूनिवर्सिटी में योग दिवस पर तीन दिवसीय कार्यक्रम,व्यक्ति के जीवन को परिष्कृत करता है योग : बाजपेई

Shri Mi
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बिलासपुर।अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय एवं अंतर विश्व विद्यालय केंद्र योग विज्ञान बैंगलोर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 के 20 दिवसीय योग कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्य तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिवस में मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज विश्व विद्यालय शिक्षण विभाग एवम इनसे संबंधित महाविद्यालयो के लगभग 500 विद्यार्थियो ने प्रतिभागी के रूप में भाग लिया। आज के इस आयोजन के प्रथम सत्र में सुबह 6:30 बजे से 7:00 तक रन फॉर योगा का आयोजन किया गया ।विश्वविद्यालय के कर्मचारी अधिकारी सहित अन्य महाविद्यालयों के प्राध्यापक राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में विद्यार्थी सम्मिलित हुए।

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कार्यक्रम के दूसरे सत्र का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संत स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी जी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य एडीएन वाजपेई ने किया।अति विशिष्ट अतिथि के रूप में रोहित कुमार सिंह अध्यक्ष, राष्ट्रीय युवा चेतना, उपस्थित रहे।कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग के सहा. प्राध्यापक सत्यम तिवारी ने एवं मोनिका पाठक ने ओम उच्चारण के साथ किया।

तत्पश्चात स्वागत उद्बोधन छात्र कल्याण विभाग के अधिष्ठाता एचएस होता ने किया स्वागत। उद्बोधन के पश्चात योग प्रोटोकॉल के अंतर्गत समस्त कर्मचारी अधिकारी एवं उपस्थित प्रतिभागियों ने विभिन्न आसन प्राणायाम व ध्यान का अभ्यास किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अभिषेक ब्रह्मचारी जी ने बताया कि योग ईश्वर के द्वारा संपूर्ण मानव समाज को एक उपहार है। आज के इस समय में इसका अभ्यास प्रत्येक मनुष्य के लिए आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि रोहित कुमार सिंह ने योग के द्वारा संपूर्ण मानव समाज को जोड़ने की बात कही। विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य एडीएन वाजपेई ने बताया की योग व्यक्ति के जीवन को परिष्कृत करता है और उसे मानव से महामानव के रूप में विकसित करने की क्षमता रखता है।जो योग की रक्षा करता है योग उसकी रक्षा करता है।

छात्र कल्याण अधिष्ठाता ने बताया की योग का अभ्यास बीमारियों और कठिनाइयों को हमसे दूर करता है ।विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ सुधीर शर्मा ने कहा- कोरोना कालखंड में योग के द्वारा ही संपूर्ण मानव समाज की रक्षा हुई। अतः इसे स्थाई रूप से अपने जीवन में स्थान देना आवश्यक है। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के समन्वयक योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष गौरव साहू ने किया और उन्होंने कहा कि जैसे श्वास का महत्व है वैसे ही हर व्यक्ति को योग का महत्व समझना चाहिए ।योग हमारे संस्कारों को शुद्ध करता है और विकारों को नष्ट करता है।

कार्यक्रम के तीसरे दिवस में बुधवार को को योग पर भाषण , क्विज प्रतियोगिता एवं योगासन के वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। तत्पश्चात सात दिवसीय योग के ऑनलाइन सत्र व सात दिवसीय ऑफलाइन सत्र आयोजित किए जाएंगे। आज के इस कार्यक्रम मे विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुधीर शर्मा ,परीक्षा नियंत्रक पीके पांडे, प्रदीप सिंह राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा, उप कुलसचिव नेहा यादव , यशवंत पटेल , एम एल कुजूर ,डॉक्टर हामिद अब्दुल्लाह ,मनीष सक्सेना ,श्रीयंक परिहार ,उपेंद्र चंद्राकर सहित विश्व विद्यालय के समस्त प्राध्यापक बड़ी संख्या में विद्यार्थी अन्य महाविद्यालयों से संबंधित समस्त प्राध्यापक,मीडिया के कर्मचारी राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी शामिल रहे। कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक के रूप में विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष गौरव साहू श्री गौरव साहू ,व्याख्याता सत्यम तिवारी ,योग अनुदेशक मोनिका पाठक उपस्थित थे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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