बिलासपुर— अमर अग्रवाल ने कहा बिना राजनैतिक संरक्षण के अपराध संभव नहीं है। शहर को कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी ने अपराध गढ़ बना दिया है। कल तकह हम बिलासपुर को भू-माफियों की राजधानी कहने लगे थे। अब कांग्रेस नेताओं ने शहर को अपराधगढ़ बना दिया है। मुख्यमंत्री को चिन्तन करना होगा। जब बिलासपुर में थे उसी समय चाकू गोदकर एक नाबालिग को मौत के घाट उतार दिया जाता है। रेत माफियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश देते हैं। लेकिन होता उसके उलट है।
अमर ने जिला और शहर में बढ़ते अपराधिक गतिविधियों पर जमकर आक्रोश जाहिर किया। उन्होने कहा 20 साल तक जनता का आशीर्वाद मिला। मजाल है कि कोई अपराध हुआ हो। लेतिन पिछले सवा तीन साल में अपराध दर अपराध ग्राफ में इजाफा हुआ है। कोई ऐसा दिन नहीं गया जब अपराध देखने या सुनने को नहीं मिला है। पिछले दो महीनों में ही 36 अपराध को अंजाम दिया गया है।
अमर ने कहा..रेत माफियों का बेोलबाला है। दर्री में जमीन को लेकर उपजा विवाद डकैती तक पहुंच गया। सहकारी बैंक में एटीएम फाड मामले की जांच पुरी हो चुकी है। लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। बिलासपुर कांग्रेस में एक दो नहीं कई गुट हैं। सभी गुट ने अपराधियों को संरक्षण दे रखा है। कभी थाना के सामने जमीन विवाद को लेकर मारपीट हो जाती है। तो कभी मुख्यमंत्री जिस दिन शहर में होते हैं..उसी समय एक युवक की चाकू से गोदकर मार डाला जाता है। चीख चीख कर चाकू से घायल युवक आरोपी का नाम भी बताता है। बावजूद इसके अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पूर्व मंत्री ने बताया कि बिलासपुर कांग्रेसियों को जनसेवा से कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस नेता तड़ीपार को जाबांज की उपमा देकर महिला मण्डन करते है। कांग्रेस नेताओं का अपराध और अपराधिक गतिविधयों को लेकर किसी प्रकार की चिंता नहीं है। यदि उन्हें है तो केवल नोच खसोंट और आपस में टांग खीचने की। कांग्रेस नेता भ्रष्ट ही नहीं बल्कि अपराधियों का संरक्षण भी दे रहे है।
लेकिन अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा। अमर ने दुहराया कि बिना राजनीति संरक्षण के अपराध को बढ़ावा मिलना असंभव है। जब कांग्रेसी राजनीति की गंगोत्री को साफ नहीं किया जाएगा। अपराध और अपराधियों से जनता को दो चार होना पड़ेगा। भाजपा अब सड़क पर उतर कर आर पार की लड़ाई लड़ेगी।