सूर्यकांत तिवारी का सनसनीखेज आरोप,CG मे तख़्तापलट करने की बात कर रही थी IT टीम

Shri Mi
3 Min Read

रायपुर।आईटी छापे के बाद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने आयकर अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि झूठे आरोप लगाने के एवज में उन्हें एकनाथ शिंदे की तरह विधायकों से बगावत करवा कर मुख्यमंत्री बनाने का ऑफर दिया गया। आईटी अधिकारियों ने उनसे मारपीट की। जारी वीडियो में सूर्यकांत ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगा दी है। कारोबारी व कांग्रेस नेता ने बयान जारी कर खुलासा किया है कि IT रेड की आड़ में IT की टीम छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन का दवाब बना रही थी। इनकम टैक्स के छापे के दौरान कहीं भी ऐसा नहीं होता है कि अधिकारी दवाब बनाये, मारपीट करें, लेकिन छापेमारी के दौरान इनकम टैक्स के अधिकारी ने ना सिर्फ उनके परिवार को भयाक्रांत किया, बल्कि उनके साथ मारपीट भी की। छापे दौरान आईटी के अफसर बार-बार उन पर ये दवाब बना रहे थे कि वो सीएम हाउस से जुड़े अधिकारी का नाम लें, आईटी के अफसर छत्तीसगढ़ में तख्तापलट करने की बात भी कह रहे थे।

Join Our WhatsApp Group Join Now

मुख्यमंत्री बनाने का प्रलोभन देते हुए उन्हें कहा गया कि उनके 40-45 विधायकों के साथ संबंध है, वो उन्हें लेकर छत्तीसगढ़ में तख्ता पलट कर दें, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की तरफ से सूर्यकांत तिवारी की गिरफ्तारी की मांग पर तीखा पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि, उनका 20 साल से कोल व्यवसाय रहा है। इस दौरान 15 साल के रमन सिंह के शासनकाल और मौजूदा वक्त में उन्हें राजनीतिक और समाजिक संबंध सभी से रहे हैं। सूर्यकांत तिवारी ने रमन सिंह के बारे में बड़ा खुलासा करते हुए उन पर बेहद गंभीर आरोप लगाये। सूर्यकांत तिवारी ने कहा कि रमन सिंह 15 साल मुख्यमंत्री रहे हैं, उन्हें ये मालूम होना चाहिये कि किसी के घर पर आईटी की रेड पड़ने पर वो अपराधी नहीं हो जाता।

बिना कोई सक्षम अधिकारी के अपराधी करार दिये ही रमन सिंह ने मुझे गिरफ्तार करने का फैसला सुना दिया। अगर मैं जेल जाऊंगा तो उसके बगल वाली सेल में उन्हें भी रहना होगा। क्योंकि उनके शासनकाल में जमीन घोटाला, ट्रांसफर घोटाला, विदेशों में उनके बेटे के नाम पर खाता, चिटफंड जैसे कई मामले थे। पैसा इतना था कि नोट गिनने की मशीन लगानी पड़ी थी। सूर्यकांत तिवारी ने आरोप लगाया है कि आईटी अफसर बार-बार उन पर दवाब बना रहे थे कि किसी तरह से अधिकारियों का नाम लें, उनके कारोबार में उनका नाम भी जोड़ा जाये, ऐसा नहीं करने पर उन्हें प्रताड़ित किया गया ।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close