मस्तूरी।स्वच्छता की क्रांति गांव से लेकर शहर तक चल रही है। लेकिन आज भी समाज में महिलाओं को लेकर रूढ़िवादिता को तोड़ना बड़ी चुनौती है। महिला स्वास्थ्य के प्रति जो संदेश देना चाहते हैं वो अब लोगों तक पहुँच रहा है। उक्त बातें कलेक्टर पी दयानंद ने मस्तूरी विकासखंड के ग्राम पंचायत खैरा में स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित सेनेटरी नैपकिन मैन्युफैक्चरिंग मशीन के उद्घाटन अवसर पर कहीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति स्वयं सजग रहना होगा। सैनेटरी नेपकिन लेने में कोई झिझक नहीं होना चाहिए।कलेक्टर ने कहा कि स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार सेनेटरी नैपकिन को स्कूली और महिलाओं को सस्ती दरों पर बेचा जाएगा जिससे महिलाओं की आए तो होगी ही साथ ही बेहतर स्वास्थ्य रहेगा ।
कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती फरीहा आलम सिद्दीकी ने कहा की जयराम नगर रर्बन क्लस्टर में तीन स्व सहायता समूह को सैनेटरी नैपकिन बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है यहां से सेनेटरी नैपकिन बनाना सीख कर महिलाएं अपने ही गांव में आय अर्जित कर सकेंगी और अन्य महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन बेचकर उनके भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगी। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर विजय दयाराम ने कहा कि स्वच्छता ही सेवा स्वच्छ भारत मिशन का ही अंग है आप सभी महिलाओं को समाज में महिलाओं के बीच सेनेटरी नैपकिन को लेकर जागरूकता लानी है इसमें कोई शर्म या झिझक नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह आप सभी के स्वास्थ्य का मामला है।