रायपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश प्रवक्ता अशोक शर्मा ने कांग्रेस सरकार के पांच माह के कार्यकाल में ही संवैधानिक एवं प्रशासनिक संकट उत्पन्न हो चुका है जिसके फलस्वरूप प्रदेश के विकास कार्यों में महत्वपूर्ण अवरोध वर्तमान सरकार के क्रियाकलापों में उत्पन्न हो रहा है।शर्मा ने कहा कि प्रदेश में पद तानाशाही चरमसीमा पर है जिसका उदाहरण महाअधिवक्ता जैसे संवैधानिक पद पर बिना इस्तीफा के नये महाअधिवक्ता को नियुक्त किया जाना प्रशासनिक अधिकारियों को प्रताड़ित करने के लिये जांच एजेंसियां बना कर अधिकारियों में भय पैदा किया जा रहा है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे
बदलापुर की राजनीति से प्रेरित हो मोहरे बना इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके फलस्वरूप प्रदेश हित की योजनाऐं प्रभापित हो रही है।शर्मा ने कहा कि प्रदेश में अहिष्णुता की स्थिति निर्मित की जा रही है जिसके पीछे चुनाव जीतने के लिये किये गये झूठे वादों से ध्यान भटकाने का आशय ही कहा जा सकता है।
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सरकार के क्रियाकलापों को यदि तत्काल रोक नहीं लगायी गयी तो प्रदेश में राजनैतिक अराजकता की स्थिति तानाशाही सरकार के रवैयों से होना तय है।
प्रदेश में नक्सलवाद चरमसीमा पर सरकार के आसीन होने के पश्चात ताण्डव के रूप में सामने आ रहा है। आम जनता छोटे-छोटे कार्यों के लिये परेशान हो रही है। उपरोक्त स्थितियों को देखते हुये प्रदेश में कांग्रेस सरकार को तत्काल भंग किया जाय, जिस संबंध में प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री से मांग की गई है।