बिलासपुर—डीपी विप्र कालेज में एबीव्हीपी सचिव प्रत्याशी राजीव रंजन ओझा का चुनाव कमेटी ने नामांकन रद्द कर दिया है। नामांकन रद्द होने का स्पष्ट कारण अभी तक नहीं मालूम हो सका है। एबीव्हीपी ने सचिव पद के लिए एक अन्य डमी प्रत्याशी विवेक कुमार को एनएसयूई पर कालेज से अगवा करने का आरोप लगाया है। विवेक कुमार स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में सचिव के लिए नामांकन भरा था। जिसे एबीव्हीपी अब अपना प्रत्याशी बता रही है। एबीव्हीपी का आरोप है कि विवेक को एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने ही अगवा किया है। नाराज एबीव्हीपी कार्यकर्ताओं ने कालेज के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर जमकर धरना प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि एनएसयूआई समर्थकों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
एबीव्हीपी के छात्र नेता अंकुश का कहना है कि कालेज प्रबंधन एनएसयूआई के इशारे पर काम कर रही है। जिसके चलते उनके प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त किया जा रहा हैं। एनएसयूआई और प्रबंधन पहले से ही हमारे प्रत्याशियों को चुनाव से पीछे हटने का दबाव बना रहे थे। खबर यह भी है कि एबीव्हीपी की ओर से अध्यक्ष पद के लिए चयनित प्रत्याशी शत्रुघ्न पटेल के ऊपर भी नाम एनएसयूआई ने नाम वापसी को लेकर दबाव बनाया था।
एबीव्हीपी के सचिव पद के प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने और एक अन्य निर्विरोध प्रत्याशी विवेक कुमार को अगवा हो जाने की बात को लेकर एबीव्हीपी के छात्रनेताओं ने चुनाव रद्द करने की मांग की है।
एबीव्हीपी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि यदि चुनाव रद्द नहीं होगा तो वे सड़को पर उतरेंगे।चक्का जाम करेंगे। कलेक्टर के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस बीच छात्र अगवा की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस बल भारी संख्या में डीपी विप्र महाविद्यालय पहुंच गयी। छात्रों को समझाइश देने का प्रयास किया। समाचार लिखे जाने तक डीपी विप्र के आस-पास तनाव का माहौल है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सिविल लाइन से भी पुलिस बल बुला लिया गया है। एबीव्हीपी के छात्र अभी भी गेट के बाहर धरने पर बैठे हैं