बिलासपुर—अनुशासन और पारदर्शिता को जीवन का मूलमंत्र बना लें। जवाबदेह प्रशासन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें। ये बातें संभागायुक्त सोनमणि बोरा ने आज पटवारी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण और मार्गदर्शन कार्यशाला में कही।
कमिश्नर बोरा ने कहा कि राजस्व प्रशासन में पहली कड़ी पटवारियों की होती है। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रशासन में संवेदनाओं के साथ पूरे निष्ठा, ईमानदारी और बिना किसी पूर्वाग्रह के सेवा करें। उन्होंने कहा कि सेवा करने का मौका मिला है, उसे बखूबी के साथ निभाएं। तकनीकी कार्यों को चुनौती के रूप में स्वीकारें। समय पर कार्य पूर्ण करें।
बोरा ने प्रशिक्षण प्राप्त पटवारियों से कहा कि आज के इस कार्यक्रम में कुछ लोग विलंब से पहुंचे हैं। यह अच्छी बात नहीं है। जीवन में अनुशासन सर्वोपरि है। समय पर लोगों के हित के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रशासन के सुदृढ़ीकरण करने और बिलासपुर संभाग को राजस्व विवाद मुक्त संभाग बनाने में आप लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
अन्बलगन पी. ने अपने संबोधन में कहा कि प्रशिक्षण के बाद अब कार्य शुरू करने की ओर अग्रसर है। अब पटवारी के तौर पर काम करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान वे विभिन्न पहलुओं को सीखें होंगे। क्लास रूम के बाद अब फील्ड में काम करने का भी अनुभव होगा। कलेक्टर ने कहा कि आप लोग वर्तमान समय के पटवारी है, अपग्रेडेशन होते रहना चाहिए। सीखने का दौर कभी खत्म नहीं होता है।
कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थी धीरज मिश्रा और श्रद्धा शुक्ला ने भी अपने अनुभव बताए। इस दौरान उपायुक्त भू-अभिलेख अरविन्द दीक्षित ने बिलासपुर प्रशिक्षण कार्यशाला के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।