बिलासपुर।निजी बस चालक कंडक्टर और मिस्त्रीयो ने न्यू चालक परिचालक कल्याण समिति के बैनर तले जिला कार्यालय और श्रम आयुक्त कार्यालय का घेराव। साथ ई विधायक कार्यालय पहुंचकर विधस्यक7 के सामने समस्यायो को पेश किया। न्यू चालक परिचालक कल्याण समिति के अध्यक्ष दिनेश तिवारी ने बताया कि लॉकडाउन के बाद सरकार ने सब के हितों को तो ध्यान में रखा। लेकिन हम लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। 3 महीने से निजी बस सेवा सर्विस से जुड़े चालक परिचालक और मिस्त्रीओं के सामने भूखे मरने की स्थिति है।
लॉकडाउन के बाद बस परिवहन पूरी तरह से आज तक ठप है। किसी के पास कामकाज नहीं है। जाहिर सी बात है परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। दिनेश तिवारी ने जानकारी दी लॉकडाउन के बाद बस सर्विस का कामकाज पूरी तरह से बंद हो चुका है ।यद्यपि सरकार की तरफ से राशन की सुविधा दी जा रही है लेकिन इसके अलावा भी कई प्रकार की जरूरतें होती है जिसकी पूर्ति बिना पैसे के संभव नहीं है तिवारी ने कहा बच्चों का एडमिशन करवाना है किताब खरीदना है इसके अलावा ऐसे बहुत से काम है जिसके बिना घर चलना मुश्किल हो गया है।
पैसा नहीं होने की सूरत में परिवार सड़क पर आता हुआ दिखाई दे रहा है हम लोग ने कई बार शासन प्रशासन का ध्यान लिखित रूप से आकर्षित करने का प्रयास किया बावजूद इसके हमारी समस्याओं की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया तिवारी ने कहा कि कुल 700 कर्मचारी है जो शहर और गांव से होते हैं अभी तक शासन की तरफ से हम लोगों को इसी प्रकार की सहायता नहीं मिली।
आज हम लोग विधायक से मिलकर परेशानियों को रखा है विधायक शैलेश पांडे ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही समस्याओं को लेकर कमिश्नर कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे समस्या को सुलझाने का प्रयास भी करें दिनेश तिवारी ने जानकारी दी कि शासन ने हमसे जब भी चाहा चुनाव से लेकर कोविड-19 तक सेवा करने से इनकार नहीं किया और आज वहीं शासन-प्रशासन हमारी बातों को सुनने को तैयार नहीं है।