♦अमित जोगी,सियाराम और राय ने दी सूचना
रायपुर।छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को शराबबंदी का मुद्दा पूरी तरह गरमा गया। महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण में कहीं भी शराबबंदी का उल्लेख नहीं होने से नाराज विधायकों सियाराम कौशिक,आर के राय और अमित जोगी ने विधानसभा प्रांगण में गाँधी प्रतीमा के समक्ष शराबबंदी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।अमित जोगी ने कहा कि भाजपा अब “भट्टी जमाओ पार्टी” बन गयी है।महिलाओं, युवाओं और किसानों का भविष्य संवारने की जगह सरकार स्वयं शराब का धंधा करने अब शराब भट्टियों को गली-माहौलों में जमा रही है, उन्हें संवारने में लगी है। तीनों विधायकों ने शराबबंदी के मुद्दे पर सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव की सूचना विधानसभा सचिवालय को दे दी है।जोगी ने कहा कि राज्य मंत्री परिषद् के निर्णय के विरुद्ध सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने हमने दोनों दलों के विधायकों से अपने लिए नहीं बल्कि प्रदेश की ढाई करोड़ जनता के लिए मुद्दा आधारित समर्थन माँगा है।
वहीँ अमित जोगी ने विपक्षी दल कांग्रेस के दोगले चरित्र पर भी सवाल उठाये और कहा कि कांग्रेस सदन के बाहर तो शराबबंदी पर प्रस्ताव लाने की बात करती है लेकिन सदन के अंदर हमारे द्वारा सरकार के विरुद्ध लाये जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने विपक्षी दल से पूछा कि आखिर सत्ता पक्ष से सांठ-गांठ का यह रिश्ता क्या कहलाता है? जोगी ने कहा कि शराबबंदी का मुद्दा दलगत निति और निष्ठा से कहीं ऊँचा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि शराबबंदी पर विपक्ष का कोई भी दल या सदस्य सरकार के विरुद्ध कोई भी प्रस्ताव लाएगा वो उसका निशर्त समर्थन करेंगे ।
गौरतलब है कि प्रदेश में शराबबंदी लागू करने की मांग को लेकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने सड़क से सदन तक सरकार की मोर्चाबंदी कर दी है। विधायकों सियाराम कौशिक, आर के राय और अमित जोगी द्वारा 19 फरवरी को सदन में सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा के बाद, जकांछ (जे) के कार्यकर्ताओं ने शराबबंदी के लिए समर्थन जुटाने प्रदेश के 90 विधानसभाओं में विधायकों के घर जाकर “बोतल फोड़ो” अभियान चलाया हुआ है।इस अभियान को कई कांग्रेस और भाजपा विधायकों का समर्थन प्राप्त हुआ है जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग पार्टी ने मीडिया को समय समय पर जारी की है ।