बिलासपुर।छत्तीसगढ़ मे चुनाव सम्पन्न हो चुके है और नई सरकार जल्द ही सामने होगी,वही इस सरकार से शिक्षाकर्मियों की बहुत पुरानी मांग स्थानांतरण नीति पर बहुत सी उम्मीदें हैं खासकर महिला शिक्षाकर्मियों को अब नई सरकार से उमीदें जाग गई है।प्रदेश के शिक्षाकर्मी कई सालों से स्थानांतरण नही होने से परेशान है साथ ही स्थानांतरण नीति का लाभ इस विभाग के शिक्षको के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना संविलियन है।स्थानांतरण नीति की वकालत करते हुए महिला शिक्षा कर्मी नेता गंगा पासी पिछले कई सालों से मोर्चा व संघ के माध्यम से इस मांग को मनवाने में प्रयासरत है।नवीन शिक्षा कर्मी संघ की प्रदेश महिला अध्यक्ष गंगा पासी ने बताया कि प्रदेश की महिला शिक्षाकर्मीयो का मुद्दा नया नही है। यह बरसो पुरानी मांग है।(Facebook पर जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे)
मोर्चा व संघ ने इसे प्रमुखता से इसे सरकार के समक्ष रखा है। पर स्थिति जस की तस बनी हुई है। प्रदेश में नई सरकार आई है। सरकार गठन की प्रकिया के बाद उमीद है इस शिक्षाकर्मीयो की बहुप्रतीक्षित मांग स्थानांतरण नीति में खास कर महिला शिक्षको को महत्व दिया जायेगा। प्रदेश के LB संवर्ग,टी संवर्ग, और पंचायत संवर्ग में भेद नही किया जायेगा।(cgwall.com के व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे)
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वही गंगा पासी ने बताया कि पिछले कई सालों से शिक्षाकर्मी स्थानांतरण की बाट जोह रहे हैं महिलाओं की स्थिति एकदम गंभीर और दयनीय है नई सरकार स्थानांतरण नीति पर विचार सबसे पहले विचार करे और दो वर्ष पूर्ण कर चूके प्रदेश के शिक्षको का संविलियन करने का वादा जल्द निभाये।