Chhattisgarh : भूपेश बघेल सरकार के कामकाज से लोग संतुष्ट, रेटिंग में तमिलनाडु, बिहार – यूपी से CG आगे

Shri Mi
2 Min Read

[wds id=”13″]

Join Our WhatsApp Group Join Now

कृषि ऋण माफ,नरवा, गरूवा, घुरवा अउ बारी -एला बचाना है संगवारी,चार चिन्हारी,छत्तीसगढ़,जनादेश,छत्तीसगढ़ ,मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल,bhupesh baghel, cm ,chhattisgarh,news,hindi news,cg news,raipur,bemetara,सदस्यों की संख्या बढ़ाने,extended cabinet chhattisgarh,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,मंत्रिपरिषद,bhupesh baghel,chhattisgarh,cmo,,सांसद राहुल गांधी,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,किसानों की भूमि,लोहांडीगुड़ा क्षेत्र,टाटा इस्पात संयंत्र,आदिवासी बहुल बस्तर,नईदिल्ली/रायपुर।छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के कामकाज से 43.3 प्रतिशत मतदाताओं ने विकास कार्य पर संतुष्टि जताई है।सी वोटर द्वारा सेटिस्फेक्शन विद परफॉर्मेंस रिपोर्ट में यह बात सामने आई।जिसमें छत्तीसगढ़ पूरे देश में पांचवें नंबर पर है। जारी ओपिनियन पोल में तेलंगाना टॉप पर है।दूसरे नंबर पर हिमाचल, तीसरे में उड़ीसा, चौथे में दिल्ली पांचवे में छत्तीसगढ़ है।इन राज्यों में मतदाता अपने-अपने सरकारों की काम से खुश है।सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे 

वहीं कम रेटिंग पाने वाले राज्यों की बात करें तो इनमें पुडुचेरी,तमिलनाडु यूपी और उत्तराखंड के नाम शामिल है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कामकाज को लेकर लोग खुश नहीं है।

52712 लोगों पर किए गए सर्वे में सिर्फ 22 ने ही उनके काम को अच्छा बताया है ,वहीं तमिलनाडु में 28270 लोगों पर किए गए सर्वे में सिर्फ 18.7 प्रतिशत ने उनके काम को अच्छा बताया। मतदाताओं की पसंद मे टॉप 10 मुख्यमंत्रियों की सूची में हिमाचल, छत्तीसगढ़ ,आसाम, पश्चिम बंगाल बिहार कर्नाटक के मुख्यमंत्री शामिल है।

जारी सूची में तेलंगाना 68.3%, हिमाचल 58.3%, उड़ीसा 55.5%, दिल्ली 51.9, छत्तीसगढ़ 43.3, बिहार 47.0, कर्नाटक 36.9,नार्थ ईस्ट 34.9, वेस्ट बंगाल 39.7,आसाम 36.5, गुजरात 44.2, राजस्थान 43.0, हरियाणा 46.4 ,आंध्र प्रदेश 41.7, मध्य प्रदेश 42.0,महाराष्ट्र 35.0, पंजाब 22.8, झारखंड 31.0, केरला 40.5,उत्तराखंड 25.1,उत्तरप्रदेश 39.2,पुडुचेरी 21.6 तमिलनाडु 18.7 है।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close