VIDEO-कैसे शुरू हुआ भारत और चीन के बीच विवाद, और तनाव ख़त्म करने के लिए क्या रहे प्रयास

Shri Mi
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नई दिल्ली-लद्दाख में चीनी (China) सेना के साथ हुई झड़प में भारतीय सेना (Indian Army) के कर्नल समेत दो जवान शहीद हो गए हैं. चीन के साथ तनातनी के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से इसे लेकर बयान आया है. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि यथास्थ‍िति बदलने की चीन की एकतरफा कोश‍िश की वजह से हिंसक झड़प हुई है. विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि नुकसान को टाला जा सकता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि तनाव घटाने के लिए बातचीत हो रही है. झड़प से दोनों पक्षों को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि चीन ने आपसी सहमति का सम्मान नहीं किया. हम शांति को प्रतिबद्ध हैं, लेकिन संप्रभुता बनाए रखेंगे.सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

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विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगर उच्च स्तर पर चीन द्वारा सतर्कतापूर्ण रवैया अपनाया गया होता तो दोनों पक्षों की ओर हताहत नहीं होते. 15 जून की देर शाम और रात को यथास्थिति में परिवर्तन करने के चीन की ओर से किए गए एकतरफा प्रयास के चलते हिंसक झड़प हुई है.

बता दें कि लद्दाख इलाके में यह 1962 के बाद पहला ऐसा मौका है जब सैनिक शहीद हुए हैं. सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि चीनी सेना को भी काफी नुकसान हुआ है.  बताया जा रहा है कि दोनों सेनाओं की ओर से रात में पीछे हटने की प्रक्रिया जारी थी लेकिन अब अचानक चीनी सैनिकों की ओर से हरकत की गई है जिसमें भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं. वहीं चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत अगर एकतरफा कदम उठाएगा तो इस तरह की दिक्कतें सामने आएंगी

चीन का आरोप है कि भारतीय सैनिक उसकी सेना में घुस आए थे. चीन की ओर से की गई इस हरकत के बाद अब विश्वास बहाली बड़ा मुद्दा हो गया है. वहीं दोनों सेनाओं की ओर से इस सीमा पर तोपें और अन्य साजो-सामान भी इकट्ठा कर रही है और सैनिकों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. वहीं मिल रही है जानकारी के बाद इस घटना के बाद दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच उच्च स्तरीय बैठक जारी है.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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