आत्मानन्द झाडू पोछा विवाद…प्राचार्य के सामने बच्चों का टीम को जवाब…नहीं लगाया पोछा…टीम के सामने सवाल…फिर कहां से आया वीडियो..CCTV फुटेज भी गायब

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—छात्र, छात्राओं से कक्षा में झा़डू पोछा लगाने और दिव्यांग महिला शिक्षिका को प्रताड़ित मामले की जांच करने दो सदस्यीय अलग अलग टीम आत्मानन्द स्कूल मुक्तिधाम पहुंची। दोनो टीम ने दोनोे अलग मामले में दिव्यांग शिक्षिका और बच्चों से पूछताछ कर शुक्रवार को जिला शिक्षा अधिकारी के सामने रिपोर्ट पेश किए जाने की बात कही है। बताते चलें कि बच्चों से झाड़ू पोछा लगाने के मामले में पूछताछ के दौरान प्राचार्य पूरे समय मौजूद थीं।

 

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दोनो टीम पहुंची आत्मानन्द स्कूल

दिव्यांग प्रताड़ना और बच्चों से झाड़ू पोछा मामले की जांच करने दो अलग अलग दो सदस्यीय प्राचार्यों की टीम पड़ताल करने आत्मानन्द मुक्तिधाम स्कूल पहुंची। जानकारी देते चलें कि जिला शिक्षा अधिकारी ने दिव्यांग महिला शिक्षिका को प्रताड़ित करने और छात्र छात्राओं से झा़डू पोछा लगाए जाने की जानकारी के बाद जांच करने दो अलग अलग टीम का गठन किया। दोनो टीम में दो- दो प्राचार्य को शामिल किया गया। दोनो ही टीम को डीईओ ने दो दिनों के अन्दर रिपोर्ट पेश करने को कहा।

दिव्यांग प्रताड़ना की जांच

गुरूवार को दिव्यांग शिक्षिका को प्रताड़ित मामले की जांच के दूसरी दो सदस्यीय टीम आत्मानन्द स्कूल पहुंची। बन्द कमरे में प्राचार्य के सामने ही दिव्यांग शिक्षिका ने अपना पक्ष रखा। यद्यपि दिव्यांग ने टीम को क्या जवाब दिया…और टीम ने क्या पूछा..इसकी जानकारी नहीं दी गयी। मामले में टीम के सदस्यों ने जरूर दुहराया कि रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी के सामने पेश कर दिया जाएगा। मामले में हमें कुछ भी बोलने से मना किया गया है।

टीम को लिखित के साथ मौखिक जवाब

झाड़ू पोछा मामले की जांच करने दूसरी टीम में शामिल प्राचार्य ओझा और प्राचार्य मैडम पाल ने छात्र छात्राओं से आत्मानन्द स्कूल प्राचार्य सी.वैश्य के सामने बन्द कमरे में सवाल जवाब किया । इस दौरान कक्षा 9 से कक्षा 11 के छात्र छात्राओं ने टीम को मौखिक के साथ अपनी बातों को लिखित में पेश किया। टीम को छात्र छात्राओं ने बताया कि 8 दिसम्बर को स्कूल में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।  दौरान कचरा भी हुआ। लेकिन हमने झाडू पोछा नही लगाया। ना ही हमें किसी ने ऐसा करने को कहा था। इस दौरान टीम के दोनों सदस्यों छात्र छात्राओं से पोस्टर प्रतियोगिता का पोस्टर और वीडियो क्लिप दिखाने को कहा…छात्रों ने बताया कि हमने ना तो दीवार पर पोस्टर चिपकाया और ना ही वीडियो क्लिप बनाया है।

सीसीटीवी का बैकअप नहीं

टीम के सदस्यों ने बताया कि झाडू पोछा का मामला 8 दिसम्बर का है। यद्यपि सभी कक्षाओं में सीसीटीवी लगा है। लेकिन किसी का बैकअप नहीं है। जाहिर सी बात है कि वीडियो फुटेज मिलना मुश्किल है। बच्चों से मौखिक पूछताछ के बाद लिखित में जवाब लिया गया है। रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी के सामने पेश कर दिया जाएगा। फिलहाल पूछताछ में छात्रों ने झाड़ू या पोछा लगाने से इंकार किया है।

फिर भी वीडियो में झाड़ू पोछा लगाते दिख बच्चे

जब बच्चों के पास ना तो पोस्टर प्रतियोगिता का क्लिप है…और ना ही दिवारों पर पोस्टर ही लगाया है। और सीसीटीवी में बैकअप भी नहीं है। बावजूद इसके आत्मानन्द स्कूल का झाड़ू पोछा लगाते वीडियो क्लिप कहां से और कैसे आया। मामले में ना तो टीम ने कोई जवाब दिया। और ना ही प्राचार्य ने ही कुछ जानकारी दी। यद्यपि कुछ बच्चों ने झाडू लगाने की बात कही…लेकिन किसी ने नहीं बताया कि कक्षा में पोछा लगाया है।जबकि वायरल वीडियो में बच्चों को ना केवल झाडू लगाते देखा जा सकता है। बल्कि पोछा भी लगाते पाया गया है। सूत्र की माने तो मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई

जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने बताया कि शुक्रवार को दिव्यांग और झाड़ू पोछा मामले की रिपोर्ट मिल जाएगी। रिपोर्ट सामने आने के बाद ही उचित कदम उठाया जाएगा। फिलहाल अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं।

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