बिलासपुर-अरपा नदी के किनारे गोड़पारा में शासकीय भूमि पर कब्जा करके रहने वाले 522 परिवार,11डेयरी और 15 दुकानों को नगर निगम द्वारा लगातार 48 घंटे तक किए कार्रवाई के बाद हटाया गया। अवैध रूप से रहने वाले जिन परिवारों को गोड़पारा से हटाया गया है,उन सभी परिवारों को व्यवस्थित तरीके से बहतराई स्थित आईएचएसडीपी के मकानों में विस्थापित भी कर दिया गया है.कार्रवाई के दौरान विस्थापन के लिए नगर निगम द्वारा गाड़ी,मजदूरों की पूरी व्यवस्था की गई थी ताकि प्रभावित लोगों को किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ़ ना हों। दो दिन तक चलें इस कार्रवाई का नेतृत्व कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने मौके पर ही मौजूद रहकर किया। गौरतलब है की बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा अरपा नदी को संवारने के लिए अरपा प्रोजेक्ट शुरू किया गया है.
जिसमें अरपा नदी में पानी के बहाव के लिए 250 मीटर जगह को छोड़कर नदी के दोनों ओर इंदिरा सेतु से शनिचरी रपटा तक 1.8 किलोमीटर की सिक्सलेन जो जिसकी चौड़ाई 100 फीट रहेगी और फोरलेन सड़क जिसकी चौड़ाई 80 फीट बनाई जाएगी। जहां नदी की दाई ओर सिक्सलेन सड़क बनेगी तो बांई ओर फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत 94.60 करोड़ है। अरपा प्रोजेक्ट में सड़क के अलावा दोनों ओर पौधारोपण किया जाएगा,लोगों के चलने के लिए फूटपाथ होगी.आकर्षक दिशा सूचक बोर्ड लगाएं जाएंगे इसके अलावा लोगों के बैठने लिए बेंच भी रहेगा।
सभी के सहयोग से अतिक्रमण हटाया गया-कमिश्नर कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने बताया की दो दिन तक दिन रात चले अतिक्रमण की कार्रवाई में सभी का भरपूर सहयोग मिला,खुद से लोगों ने अपना मकान खाली कर दिए थे। इस कार्रवाई में निगम की टीम का काम सराहनीय रहा है।