जशपुर।छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या एक लाख तीस हजार से अधिक हो चुकी है बीते 3 से 4 दिनों में रोजाना पंद्रह हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं । जशपुर जिले में शनिवार को 182 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई।जिले में वही 2 हजार 227 एक्टिव केस है।वही अब तक जिले में कुल 57 मौते हुई है।कोरोना की रफ्तार को कम करने के लिए प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन किया गया है। इसी तारतम्य में जशपुर कलेक्टर IAS महादेव कावरे ने रविवार को एक अपील जारी की है। कलेक्टर श्री कावरे ने अपनी अपील में कहा है कि दिखा जा रहा है कि जशपुर जिले में कोरोना पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है। लॉकडाउन कोरोनावायरस ने का दीर्घकालिक कारगर उपाय नहीं है। लॉकडाउन अवधि में संक्रमण को रोककर अल्पकालीन लाभ प्राप्त कर सकते हैं परंतु इसके दीर्घकालिक सामाजिक और आर्थिक परिणाम गंभीर होते हैं। जिसका प्रभाव समाज के सभी वर्गों पर पड़ता है। 26 अप्रैल 2021 तक जिले में लॉकडाउन प्रभावी है। इस अवधि का उपयोग सभी सामाजिक, व्यवसायिक संगठन इस बात के आत्म चिंतन में लगाएं कि कैसे बिना लॉक डाउन के सामान्य जीवन यापन किया जा सकता है। इसके लिए समस्त व्यापारी एवं सामाजिक संगठन तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ रणनीति बनाएं।लॉकडाउन अवधि में वर्चुअल बैठकर लॉकडाउन के बाद संक्रमण से बचने के लिए सभी उपायों का कड़ाई से पालन करेंगे।
लक्षण को बताएंगे छुपायेंगे नह। लक्षण होने पर जांच कराएंगे। बिना भ्रम के कोरोना टीकाकरण कराएंगे। देखा जा रहा है कि होम आइसोलेशन के मरीज आखिरी समय में अस्पताल लाए जा रहे हैं। ऑक्सीमीटर और तापमापी यंत्र रखकर इसकी मॉनिटरिंग करनी चाहिए। होम आइसोलेशन का कड़ाई से पालन करें। यदि समुदाय सहयोग करें तथा संक्रमण से बचने के उपायों का पालन करें तो बिना लॉकडाउन के कोरोना संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। जन जागरूकता के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। जिसमें समुदाय के सभी वर्गों से सहयोग अपेक्षित है। आइए हम सब मिलकर संकल्प करें कि लॉकडाउन के बाद कोरोनावायरस का पालन करेंगे। कोरोना के प्रति व्यवहार परिवर्तन कर सहयोग एवं सहयोगी बनकर संक्रमण को रोकेंगे।