बिलासपुर– पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे चौथे व्यक्ति को पुलिस ने सरकंडा थाना क्षेत्र से हिरासत में लिया है। अभी तक बिलासपुर पुलिस ने आईएसआई के लिए काम कर रहे चार लोगों को देशद्रोह और विघटनकारी गतिविधियों को लेकर हिरासत में लिया है। चौथा आरोपी का नाम धर्मेन्द्र यादव अकलतरा का रहने वाला है। धर्मेन्द्र यादव का छोटा भाई मनेन्द्र यादव को पुलिस ने पहले ही हिरासत में लिया है। चारो पर आईएसआई के लिए फन्डिगं किये जाने का भी आरोप है।
बिलासपुर स्पेशल पुलिस ने देशद्रोह के आरोप पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे चौथे आरोपी को हिरासत में लिया है। आरोपी का नाम अकलतरा निवासी धर्मेन्द्र यादव है। शलभ सिन्हां ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि चौथा आरोपी धर्मेन्द्र सरकंडा में छिपा है। सिविल लाइन थाना प्रभारी नसर सिद्धिकी, सीएसपी लखन पटले समेत अन्य पुलिस जवानों ने धर्मेन्द्र को चांटीडीह चौक से हिरासत में लिया।
मैग्नेटो माल में किया काम
आईएएस शलभ सिन्हा ने बताया कि धर्मेन्द्र 2004 में 12वीं के बाद पैसा कमाने के लिए छोटा मोटा काम करने लगा। उसने बिलासपुर स्थित मैग्नेटो माल में पेस्ट कन्ट्रोल का काम किया। इस दौरान छोटी मोटी कई नौकरी करने के अलावा जांजगीर में फाइट फाइटर का कोर्स किया। बिलासपुर में उसकी पहचान सतना निवासी रज्जन ऊर्फ राजीव तिवारी से हुई। रज्जन ने धर्मेन्द्र को लालच देकर दिल्ली भेज दिया। एक व्यक्ति को रूपया पहुंचाने का काम दिया। धर्मेन्द्र बिलासपुर में खोले गए खातों से रूपया निकालकर आईएसआई एजेन्ट जब्बार को देता था। धर्मेन्द्र के अनुसार उसे इसके लिए प्रतिदिन एक हजार रूपए और खाना पीना रहना मुफ्त मिलता था। धर्मेन्द्र ने नोएडा में रहकर 6 महीने तक रूपयों का लेनदेन किया।
शलभ सिन्हा ने बताया कि रज्जन तिवारी ने अपने भाई रूची तिवारी के सहयोग से धर्मेन्द्र की पहचान पुरानी दिल्ली स्थित जब्बार से करवाई। धर्मेन्द्र के पास करीब 15 खातों के एटीएम कार्ड थे। एटीएम कार्ड से रूपए निकालकर जब्बार को देता था। जब्बार को एटीएस मध्यप्रदेश ने फिछले महीने हिरासत में लिया है। धर्मेन्द्र ने बहुत कुछ बताया है जिसे अभी एक्सपोज नहीं किया जा सकता है। पूछताछ के बाद सही समय पर इसकी जानकारी दी जाएगी। जब्बार पुरानी दिल्ली का रहने वाला है।
जम्मू और मध्यप्रदेश एटीएस करेगी पूछताछ
शलभ सिन्हा ने बताया कि जम्मू पुलिस को एक दिन पहले बिलासपुर आना था। लेकिन ट्रेन कनेक्टिविटी समस्या के चलते जम्मू पुलिस अभी तक बिलासपुर नहीं पहुंची है। उम्मीद है कि 20 तारीख को पहुंचेगी। गिरफ्तार किए गए संजय देवांगन,मनेन्द्र यादव,अवधेश दुबे और धर्मेन्द्र यादव से गहन पूछताछ करेगी। पूछताछ की प्रक्रिया लम्बी होगी।
गुप्तचर संस्थाओं से मिली जानकारी
आईएसआई एजेन्टों की जानकारी पुलिस को कैसे मिली के सवाल पर शलभ ने बताया कि गुप्तचर संस्थाएं सुरक्षा को लेकर लगातार जानकारियां देती है। इसी तरह जानकारी मिली के जम्मू कश्मीर और मध्यप्रदेश में गिरफ्तार आरोपी आईएसआई के लिए काम कर रहे हैं। तार बिलासपुर से भी जुड़े हैं। सूचना के बाद महीनों से इनकी गतिविधियों पर निगरानी थी। समय पर इन्हें गिरफ्तार किया गया।
कहां आया और कहां जाता है
शलभ सिन्हा के अनुसार पता लगाया जा रहा कि पैसा आता कहां से है और डम्प कहां होता है। आईएसआई का नेक्सस बड़ा है। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ हो रही है। बैंक को ट्रांजेक्शन की जानकारी देने को कहा गया है।