नईदिल्ली।देश के 54,000 पेट्रोल पंप मालिक 13 अक्टूबर को अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं।बता दें कि हाल ही में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर काफी निशाना साधा। विपक्ष का आरोप था कि पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में क्यों नहीं लाया गया। जबकि इस फैसले से हिंदुस्तानी आवाम को सबसे बड़ी राहत मिलती, क्योंकि फिलहाल अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में तेल के दाम बहुत कम है।AIPDA (ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स असोसिएशन) के अजय बंसल ने कहा, ‘डीलर को बढ़िया मार्जिन और कमीशन, पेट्रोलियम पदार्थों के आपूर्ती में विसंगतियों को खत्म करना और इस जीएसटी में शामिल करना हमारा मुद्दा है।’
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