सरहदी क्षेत्रों में धान माफियाओं का राज,प्रशासन ने किया 402 बोरी धान जब्त

Shri Mi
3 Min Read

रामानुजगंज (पृथ्वीलाल केशरी ) प्रदेश में धान का समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने के बाद पड़ोसी प्रदेशों  से धान खपाने का क्रम थम नहीं रहा है। कलेक्टर हीरालाल के नेतृत्व में प्रशासनिक अमले ने सूचना पर सरहद पर बसे ग्राम पंचायत त्रिशूली में उत्तरप्रदेश की ओर से लाए जा रहे छह पिकअप में लोड 402 बोरा धान जब्त किया। पिकअप में लोड कुल 160 क्विंटल धान को जब्त कर लाने वाले 11 लोगों के विरुद्घ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। वहीं तकिया जंगल में कन्हर नदी के पार से धान लाने की सूचना पर प्रशासनिक अमला पहुंचा तो यहां भी 75 बोरा धान फेंककर माफिया भाग निकले। उक्त धान का प्रशासनिक अमले ने जब्त कर कार्रवाई शुरू कर दी है । मुखबीर की सूचना पर कलेक्टर हीरालाल नायक के नेतृत्व में टीम ने देर रात सरहद पर स्थिति ग्राम त्रिशूली पहुंची। मौके पर उत्तरप्रदेश की ओर से आ रहे छह पिकअप वाहनों को रोककर तलाश की गई तो सभी वाहन धान से लोड मिला।।सीजीवालडॉटकॉम के whatsapp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे

Join Our WhatsApp Group Join Now

पिकपो से 402 बोरा धान जब्त किया गया। जांच के दौरान दो पिकअप के ड्राइवर वाहन को खड़ा कर भाग निकले। जिले के धान खरीदी केंद्रों में धान खपाने की कोशिश में संलिप्तता पाने पर छह पिकअप और उसपर लोड 402 बोरा धान जब्त कर थाना सनावल को सौंपा गया। जब्त 160 क्विंटल धान की कीमत चार लाख दो हजार रुपये बताई जा रही है।

आरोपित ग्राम बरखेड़ा तहसील दुद्घी उत्तरप्रदेश के मक्खन पिता सोनारफी यादव,रामपाल पिता भगवान यादव,ग्राम बेलकुर्ता के इंद्रजीत पिता शंभू गुप्ता,रतन सिंह पिता देव कुमार,गणेश पिता चमक यादव,मुकेश पिता गणेश यादव,ग्राम बसेराखुर्द के धर्मजीत पिता तुलेश्वर,ग्राम लावा के रामरतन पिता मोहर साय,ग्राम चाकी के देवलाल पिता तिलकधारी,ग्राम बसेराखुर्द के विनय कुमार पिता रामकुमार,ग्राम सुलसुली के धर्मपाल पिता अजीत के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई।

जब्त पिकअप वाहनों के विरुद्ध मंडी अधिनियम और आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। वहीं ग्राम चिनिया के पास कुछ लोगों ने झारखंड की ओर से माफिया द्वारा तकिया जंगल के रास्ते से धान लाया जा रहा था। सूचना पर अमले ने तकिया जंगल पहुंचे तो कन्हर नदी से माफिया धान का बोरा पार कर रहे थे। देखते ही धान के बोरों को फेंक सभी झारखंड की ओर भाग निकले। आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत धान जब्त कर भंवरमाल धान खरीदी समिति को सुपुर्द कर दिया गया है।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close