हाईकोर्ट अधिवक्ता का राजस्व मंत्री को खुला पत्र..कहा..तहसील में नही किया जा रहा चार्टर का पालन..गुंडो की तरह पेश आ रहे राजस्व विभाग के कर्मचारी

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट बार प्रैक्टिसिंग एसोसिएशन के वकीलों समेत प्रदेश के अन्य वकीलों ने राजस्व विभाग को पत्र लिखकर राजस्व विभाग के कर्मचारियों की शिकायत की है। संदीप दुबे ने राजस्व मंत्री को पत्र के माध्यम से बताया है कि प्रदेश के अधिकांश हिस्सो में विभाग के पटवारी,राजस्व निरीक्षक ,नायब तहसीलदार और तहसीलदारों ने सिस्टम को पूरी तरह से गंदा कर दिया है। आम जन के छोटे छोटे कार्यो को लेकर ना केवल लेटलतीफी की जा रही है। बल्कि अनावश्यक रूप से परेशान भी किया जा रहा है। आमजनता को परेशान करने वाले पटवारी राजस्व निरीक्षकों समेत नायब तहसीलदार और तहसीलदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किया जाना बहुत जरूरी है। 
 
               हाईकोर्ट बार प्रैक्टिसिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप दुबे ने राजस्व मंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में पटवारी, राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार और तहसीलदारों की शिकायत की गयी है। संदीप दुबे ने बताया है कि राजस्व अधिकारियों ने आम जनता का जीना मुश्किल हो गया है।
 
             संदीप ने बताया कि प्रदेश में आम जन को जमीन संबंधी छोटे छोटे कार्यो के लिए राजस्व विभाग में आना जाना होता है। यह जानते हुए भी राजस्व महकमा प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण विभाग है। अधिवक्ताओं का राजस्व विभाग के अधिकारियों से हमेशा सामना होता है। इस दौरान वकील आमजन को कानूनी मदद करते हैं। लेकिन कुछ समय से देखने में आ रहा है कि राजस्व अधिकारी गरीब जनता को छोटे छोटे कार्य के लिए अनावश्यक परेशान कर रहे है। 
 
          नामांतरण, नक्शा दुरस्ती समेत खसरा नकल के लिए महीनों चक्कर कटरवाया जा रहा है। जबकि सिटीजन चार्टर बना हुआ है। बावजूद इसके चार्टर का पालन नही किया जा रहा है। जिससे आम नागरिकों को अपने अधिकारों से वंचित होना पड़ रहा है । 
 
             संदीप ने जानकारी दी है कि वर्तमान में डभरा के बी के डहरिया और नेत्र प्रभा सिदार ,धमतरी नायब तहसीलदार की तरफ से वकीलों के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। इसी तरह बिलासपुर के 2 पटवारियों ने उच्च न्यायालय के वकील रवि माहेश्वरी ,आदित्य शर्मा और नायब तहसीलदार ने महिला अधिवक्ता मधुनिशा सिंह के साथ दुर्व्यवहार किया है। इस बात को लेकर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में गहरी नाराजगी है।
 
                            संदीप ने बताया कि हमने राजस्व मंत्री से मामले में जांच की मांग की है
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