अचानकमार को बनाएंगे टाइगर रिजर्व..वन मंत्री ने व्यवस्था को दिया क्लीन चिट.कहा.रिपोर्ट को नहीं कर सकते इंकार..व्यवस्था दुरूस्त का दिया निर्देश

BHASKAR MISHRA
6 Min Read
बिलासपुर— जिले में विभागीय काम ठीक ठाक चल रहा है। इसलिए यहां आना जाना कम होता है। जानवरों की मौत को लेकर हमें डाक्टरों की रिपोर्ट को मानना ही होगा। छत्तीसगढ़ में जंगल का क्षेत्र बहुत बडा है। इसलिए कहीं कही जंगल काटने की शिकायत आम बात है। फिर भी हम लगातार नियंत्रण के साथ कार्रवाई भी कर रहे हैं। यह बातें अल्प प्रवास पर टूर्नामेन्ट उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करे वन मंत्री मोहम्मद अखबर ने कही। वन मंत्री ने बताया कि अचानकमार को टाइगर रिज़र्व बनाने का प्रयास किया जाएगा। कोपरा जलाशय को भी दिखवाएंगे। कानन पेन्डा्री की व्यवस्था भी दुरूस्त करेंगे। उन्होने यह भी कहा कि जानवरों का शिकार के बाद विभाग कार्रवाई 0 करती है।
 
          हाकी टूर्नामेन्ट उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करने वन मंत्री मोहम्मद अकबर बिलासपुर पहुंचे इस दौरान उन्होने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। साथ ही उन्होने बिलासपुर वन विभाग से सम्बधित सभी सवालों का क्लिट वाला जवाब दिया।
 
  छत्तीसगढ़ के बहुत बड़े क्षेत्र में जंगल  
          
                        जंगलों की अधाधूुंध अवैध कटाई के सवाल पर वन मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक लाख 35 हजार वर्ग किलोमीटर पर जंगल है। अवैध कटाई की जानकारी के बाद तुरंत कार्रवाई करते हैं। यदि पत्रकारों को अवैध कटाई को लेकर अलग से जानकारी हो तो उसे बताएं । हम कार्रवाई करेंगे। हमारे परिक्षेत्र अधिकारी हैं,  फॉरेस्टर, बीट गार्ड लगातार भ्रमण करते हैं। 
 
                 बावजूद इसके भैंसाझार क्षेत्र में देर रात जंगलों की कटाई का मामला सामने आया है। जंगल माफिया क्रेन लेकर ट्रक लेकर पहुंचते हैं। सीनाजोरी कर जंगल काटा जा रहा है। मंत्री ने सवाल के जवाब में बताया कि हम एक भी मामले में कार्यवाही करने से पीछे नहीं है। इस दौरान मंत्री ने तत्ताल सीसीएफ को निर्देश दिया कि मामले को गंभीरता से लिया जाए। अकबर ने बताया कि हमारी सरकार ने पिछली सरकार की तुलना में ज्यादा वाहनों का राजसात,मशीनों को राजसात किया है। 
 
फिल्मी स्टाइल में मानिटरिंग
 
                     जंगली जानवर की लगातार मौत हो रही है। वन मंत्री ने बताया कि कोई भी घटना नहीं है..सामने आने के बाद कार्रवाई नहीं की गयी हो।  वन क्षेत्रों में लगातार मॉनिटरिंग हो रही है।  ऐसा नहीं कहा जा सकता कि विभाग के अधिकारी मानिटरिंग नहीं कर रहे हैं।
 
                    लेकिन सीपत में तेन्दुओं का शिकार फिल्मी स्टाइल में हुआ है। ऐसा अन्य जगह भी हुआ है। पुलिस की तरह घटना के बाद वन अधिकारी पहुंचते हैं। जंगल में तेंदुए का शिकार हो जाता है। हर बार जानवर हार्  अटैक से ही मरता है । बिल्कुल राटा रटाया जुमला जैसा लगता है। 
 
                  जवाब में मंत्री ने कहा कि जानकारी के बाद हर सूरत में कार्यवाही होती है। आप भी तय नहीं कर सकते.. मैं भी तय नहीं कर सकता कि जानवरों की मौत का कारण क्या है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद डॉक्टर तय करेंगे कि मौत की वजह क्या है।
 
हर बार हार्ट अटैक से मौत ?
 
                   तीन डॉक्टरों की पैनल रिपोर्ट एक जैसी कैसे हो सकते हैं। मंत्री ने कहा कि हम डॉक्टरों की रिपोर्ट पर प्रश्नचिन्ह कैसे लगा सकते हैं । फिर भी शिकायत मिलने पर हम कार्रवाई करते हैं।
 
                                   यदि सभी जानवरों की मौत की वजह हार्ट अटैक है तो इसका मतलब कानन पेंडारी में खाना ठीक नहीं है। खाने में ही सुधार कर दीजिए। जवाब में मंत्री ने कहा कि मेरा प्रति परीक्षण कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारम सामने आ जाता है। कानूनी तौर पर रिपोर्ट से इँकार किया नहीं जा सकता है।
 
कान्हा की तर्ज पर अचानकमार टाइगर प्रोजेक्ट
 
                 कोपरा जलाशय को बर्ड पार्क के नाम से विकसित नहीं किए जाने का कारण पर मोहम्मद अकबर ने कहा कि मामले को दिखवाता हूं।  अचानकमार में क्या कुछ नया किया जाएगा। सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि हम अचानकमार को टाइगर रिजर्व बनाने जा रहे हैं। इसका विकास कान्हा किसली की तर्ज पर किया जाएगा। जिसने कान्हा पार्क को तैयार किया वही एक्सपर्ट अचानकमार का भी विकास करेगा।
 
सर्टिफिकेट दिखाना होगा
 
         बिलासपुर वन विभाग में नामांतरण स्थानांतरण या कोई फौती उठाने को लेकर लोगों को घुमाया जाता है। इस लेट लतीफी की वजह क्या है। मंत्री ने बताया कि उनके संज्ञान में बिलासपुर और जांजगीर-चांपा से इस तरह का मामला आया है। नामांतरण के लिेए सर्टिफिकेट दिखाना होता है। इसके बाद ही नामांतर समेत अन्य जरूरी प्रक्रिया को पूरा किया जाता है। इसके अलावा अन्य दूसरा कोई कारण भी नहीं है।
 
          आरा मिल बंद किए जाने के खिलाफ मिल मालिक हाईकोर्ट गए हैं। मंत्री ने कहा कि  बंद करने का मामला नहीं है। मामला निर्धारित क्षेत्र में दूरियों को लेकर है।

Join Our WhatsApp Group Join Now
close