रायपुर।भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1989 बैच के अधिकारी अमिताभ जैन का चीफ सेक्रेटरी बनना लगभग तय माना जा रहा है।वर्तमान में मुख्य सचिव आरपी मंडल को एक्सटेंशन देने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र को चिट्ठी लिखी थी। लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया है। रिपोर्ट्स के अनुसार आरपी मंडल को एक्सटेंशन की संभावना बेहद कम दिख रही है। राज्य के मुख्य सचिव के रूप में पिछले साल अक्टूबर से सेवाएं दे रहे 1987 बैच के अधिकारी आरपी मंडल इसी महीने के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
छत्तीसगढ़ में उनके लंबे सेवाकाल और दीर्घ अनुभव को देखते हुए राज्य सरकार उन्हें सेवा वृद्धि दिलाने के प्रयास में थी।इस संबंध में केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा जा चुका था। माना जा रहा था कि कोरोना समय को देखते हुए सेंट्रल से उन्हें एक्सटेंशन मिल सकता है लेकिन शुक्रवार तक केंद्र से कोई जवाब नहीं आया। जानकारी के अनुसार शनिवार को सेंट्रल में छुट्टी रहती है और दूसरा दिन इतवार है। आरपी मंडल इसी महीने रिटायर हो रहे हैं।
ऐसे में केंद्र से कोई सकारात्मक जवाब आएगा इसकी संभावना कम दिख रही है। इससे पहले भी जब मुख्य सचिव के रूप में सुनील कुजुर रिटायर हुए थे। तब भी राज्य सरकार ने उन्हें एक्सटेंशन दिलाने की ऐसी पहल की थी। लेकिन उस समय भी केंद्र से अनुमति नहीं मिली। जिसके बाद आरपी मंडल को मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था।
छोटी प्रशासनिक सर्जरी—
नए मुख्य सचिव की नियुक्ति के बाद प्रशासनिक फेरबदल भी देखा जा सकता है। वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य सचिव अमिताभ जैन के पास वित्त और जल संसाधन का प्रभार है वे अगर मुख्य सचिव बनते हैं तो एसीएस के रूप में उनका मौजूदा प्रभार किसी अन्य अधिकारी को दिया जाएगा। अगर सीनियरिटी बेस पर देखें तो अमिताभ जैन के लेवल के बीवी सुब्रमण्यम 1987 बैच के अधिकारी है लेकिन वह प्रतिनियुक्ति पर जम्मू-कश्मीर सरकार में सेवाएं दे रहे हैं।अमिताभ जैन के बाद 1991 बैच की अधिकारी रेणु पीले हैं उनके पास स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा और प्रशासन अकादमी का चार्ज है।इसके बाद IAS सुब्रत साहू हैं जो कि मुख्यमंत्री के ACS के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। सुब्रत के पास एसीएस होम और जेल सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विभाग की जिम्मेदारी है। माना जा रहा है कि अमिताभ के विभागों में इन दोनों को एक-एक विभाग मिल सकता है।