नई दिल्ली। सत्तारूढ़ कांग्रेस को (Chhattisgarh) छत्तीसगढ़ के उत्तरी क्षेत्र में अपना समर्थन घटता दिख सकता है, क्योंकि एबीपी-सीवोटर छत्तीसगढ़ ओपिनियन पोल में इस क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में 11 फीसदी वोट स्विंग के साथ वह प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभर सकती है।पिछले चुनाव में, भगवा पार्टी ने क्षेत्र में 32.8 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया था।
हालांकि, सर्वे के मुताबिक, भाजपा को इस बार यहां 43.8 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है, जबकि कांग्रेस के वोट शेयर में तीन फीसदी से ज्यादा की कमी आ सकती है।पिछले चुनाव में कांग्रेस को राज्य के इस क्षेत्र में 46.7 फीसदी वोट मिले थे, जबकि इस बार यह घटकर 43.3 फीसदी रह सकता है।
सर्वे में यह भी अनुमान लगाया गया है कि अन्य पार्टियों को वोट शेयर में 7.6 फीसदी तक का नुकसान होगा। पिछले चुनाव में इन अन्य पार्टियों को उत्तरी क्षेत्र में 20.5 फीसदी वोट शेयर हासिल हुआ था, जो इस बार घटकर 12.9 फीसदी होने की संभावना है।
एबीपी-सीवोटर छत्तीसगढ़ ओपिनियन पोल के अनुसार, भाजपा के छत्तीसगढ़ के उत्तरी क्षेत्र में विजेता के रूप में उभरने का अनुमान है, जो 14 में से सात सीटें हासिल कर रही है, जो 2018 के पिछले चुनावों में उसके शून्य से उल्लेखनीय वृद्धि है।
सर्वेक्षण के अनुसार, सत्तारूढ़ कांग्रेस के क्षेत्र में सात सीटें खोने की उम्मीद है। पिछले चुनावों में सभी 14 सीटों पर उसका कब्जा रहा था।अन्य पार्टियाँ पहले कोई भी सीट हासिल करने में विफल रहीं और ऐसा लगता है कि इस बार भी उन्हें ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
सर्वेक्षण के अनुसार, हालांकि भाजपा प्रमुख पार्टी है, लेकिन उसके और कांग्रेस दोनों के पास उत्तरी क्षेत्र में पांच से नौ सीटें जीतने की क्षमता है। यह अन्य दलों को एक संभावित सीट आवंटित करता है।