CG ELECTION NEWS:कांग्रेस की “फ़ाइनल” लिस्ट का फ़ार्मूला….! समझिए – इस तरह टिकट बंटी तो कौन कटेगा… कौन … रहेगा ?

Chief Editor
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CG ELECTION NEWS:छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में पहले चरण की 20 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया 13 अक्टूबर शुक्रवार से शुरू हो रही है। जहां तक उम्मीदवारों की लिस्ट का सवाल है बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में से 85 सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर दिए हैं। बसपा और आम आदमी पार्टी की लिस्ट भी आ गई है। अब तक कांग्रेस की कोई लिस्ट सामने नहीं आई है। जिसे लेकर लोगों को इंतजार भी है और कयासों का दौर भी चल रहा है। अब तक लोग उड़ती – उड़ती खबरों पर ही भरोसा कर रहे हैं। इन खबरों के जरिए जो बातें अब तक सामने आई हैं, उसे लगता है कि कांग्रेस की लिस्ट इतवार 15 अक्टूबर तक सामने आएगी।

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हालांकि टिकट की कवायद के आख़िरी दौर में यह बात भी सामने आ रही है कि कांग्रेस के सर्वेक्षणों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी असंतोष यानी एंटी इनकंबेंसी फ़ेक्टर नहीं है। लेकिन कई विधायकों को लेकर लोगों में नाराजगी के संकेत मिले हैं। लिहाजा कई कांग्रेस विधायकों की टिकट कट सकती है। आखिरी दौर में इसे लेकर ही मथापच्ची चल रही है ।

कांग्रेस की लिस्ट को लेकर कयायों के बीच इस बात का भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि कांग्रेस ने आखिर  उम्मीदवारों के चयन को लेकर कौन सा फार्मूला अपनाया है और किस इकाई को आधार मानकर नाम तय किए जा रहे हैं… ? इस मामले में सब की अपनी – अपनी दलीलें हैं। लेकिन अंदरखाने से जो खबर मिल रही है उसके मुताबिक कांग्रेस ने उम्मीदवारों के चयन में लोकसभा क्षेत्र को यूनिट माना है। यानी प्रदेश के अलग-अलग लोकसभा क्षेत्र के क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली आठ विधानसभा सीटों ( दो लोकसभा क्षेत्रों में 9 विधानसभा सीट) के अंदर अलग-अलग जातीय समीकरण और महिला वर्ग आदि पर गौर करते हुए टिकट का बंटवारा किया जा रहा है । लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत तालमेल  के मद्देनजर लोग अंदाज लगा रहे हैं कि इस हिसाब से कहां – कौन उम्मीदवार सामने आ सकता है…? बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां आठ विधानसभा क्षेत्र में बिलासपुर, बेलतरा, बिल्हा, तखतपुर, कोटा, मुंगेली, लोरमी और मस्तूरी विधानसभा सीटें शामिल हैं।

छनकर आ रही अंदरखाने की खबरों में बिलासपुर सीट से मौजूदा विधायक शैलेश पांडे का नाम फाइनल माना जा रहा है। लोग तो यह भी कहते हैं कि छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में किसी विधायक का नाम अगर अंतिम रूप से तय है, उसमें शैलेश पांडे का नाम सबसे ऊपर है। उधर कोटा सीट से छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव और जिला कांग्रेस कमेटी ( ग्रामीण ) के अध्यक्ष विजय केशरवानी के बीच फैसला होना है। फॉर्मूला यह भी बताया जा रहा है कि कोटा और बेलतरा सीटों को इस तरह से बांट लिया गया है कि अटल श्रीवास्तव और विजय केशरवानी का नाम इन्ही दोनों सीटों के बीच तय होगा । यानी दोनों ही विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे । इनमें से कोई एक कोटा और कोई एक बेलतरा से उम्मीदवार हो सकता है।

लोरमी सीट से कांग्रेस इस बार साहू समाज से थानेश्वर साहू को उम्मीदवार बना सकती है। तखतपुर से मौजूदा विधायक रश्मि आशीष सिंह और विकल्प के रूप में संतोष कौशिक का नाम लिया जा रहा है। महिला उम्मीदवार के रूप में  रश्मि आशीष सिंह का नाम फाइनल होने पर इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत दूसरी किसी सीट से महिला उम्मीदवार का नाम नही आएगा। ऐसी सूरत में कुर्मी समाज की नुमाइंदीगी के लिए बिल्हा सीट से सियाराम कौशिक उम्मीदवार हो सकते हैं। लेकिन यदि तखतपुर सीट से संतोष कौशिक के नाम पर मुहर लगती है तो बिल्हा से  महिला उम्मीदवार अंबालिका साहू का नाम आ सकता है। मस्तूरी सीट से दिलीप लहरिया का नाम दौड़ में आगे होने के पीछे दलील है कि जिले में सूर्यवंशी समाज को प्रतिनिधित्व देने के लिए उनका नाम फाइनल हो सकता है।अनुसूचित जाति के लिए रिज़र्व मुंगेली विधानसभा सीट से पूर्व विधायक चंद्रभान बारमते और जिला पंचायत के उपाध्यक्ष संदीप बैनर्जी में से किसी एक नाम पर मुहर लगने का अनुमान लगाया जा रहा है। अगर इस फ़ार्मूले पर यक़ीन किया जाए तो बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों पर कुछ इसी तरह के समीकरण बनते हुए दिखाई देते हैं। जिसमें सभी तब़के – वर्ग के दावेदारों को एडजस्ट किया  जा सकता है। लेकिन कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट आने से पहले यह महज़ जोड़-गुणा-भाग का हिस्सा ही माना जाएगा।

कांग्रेस की लिस्ट अंतिम रूप से सामने आने से पहले जिन नामों की चर्चा हो रही है, उनके अलावा भी इन सीटों पर कई मज़बूत दावेदार हैं।जो पिछले काफ़ी समय से सुर्ख़ियों में रहे हैं।कोटा सीट से बिलासपुर जिला पंचायत के मौज़ूदा अध्यक्ष अरुण चौहान की भी मज़बूत दावेदारी मानी जाती रही है।  तखतपुर सीट से पूर्व विधायक जगजीत सिंह मक्कड़ और उनके बेटे आत्मजीत सिंह ने भी मज़बूत दावेदारी पेश की है।बिल्हा सीट से 2018 के चुनाव में हारने के बाद से पूरे पांच साल से सक्रिय रहे राजेन्द्र शुक्ला ने भी पक्की तैयारी और दावेदारी की है।इसी तरह मस्तूरी सीट पर पूर्व राज्य सभा सदस्य भगत राम मनहर – कमला मनहर के बेटे जयंत मनहर और प्रेम चंद जायसी का नाम भी प्रमुख दावेदारों में सामने आता रहा है।  बेलतरा सीट पर कांग्रेस की ओर से ब्राह्मण समाज से किसी को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा भी लंबे समय से रही है। लेकिन बिलासपुर सीट से शैलेश पांडे का नाम फाइनल होने के बाद इसकी संभावना भी कमजोर होती दिखाई दे रही है। वैसे  बेलतरा सीट पर बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव , पूर्व विधायक चंद्रप्रकाश बाजपेयी, जिला पंचायत के सभापति अंकित गौरहा जैसे कई नाम प्रमुखता से सामने आते रहे हैं।

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