बिलासपुर। वेतन वृद्धि की मांग को लेकर सिम्स कर्मचारियों ने शनिवार को भोजन अवकाश पर जमकर नारेबाजी की।2 और 3 अगस्त के कर्मियों की हड़ताल को लेकर सिम्स प्रबंधन ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सिम्स प्रबंधन ने पत्र भेजकर स्वास्थ्य विभाग से मदद मांगी है ताकि मरीजों का इलाज प्रभावित ना हो। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान में वर्ष 2013-14 के दौरान तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के करीब 400 रिक्त पदों पर कर्मचारियों की भर्ती की गई थी । नियुक्ति के 7 वर्ष बाद भी अब तक इन कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी नहीं की गई। कर्मचारियों ने 1 अगस्त तक वेतन वृद्धि का आदेश जारी नहीं करने पर 2 और 3 अगस्त को हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। हड़ताल खत्म करने के लिए दो बार सिम्स प्रबंधन और कर्मचारी संघ के बीच बैठक भी हुई लेकिन दोनों बैठक विफल साबित हुई। सिम्स कर्मचारियों ने शनिवार को भोजन अवकाश पर अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की।
हड़ताल करने पर अड़े कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल और सिम्स प्रबंधन के बीच दो बार मीटिंग हो चुकी है। इसमें प्रबंधन ने यह कहकर वेतन वृद्धि देने में असमर्थता जाहिर कर दी कि उन सभी कर्मचारियों की भर्ती में हुए भ्रष्टाचार को लेकर जांच चल रही है। इधर कर्मचारियों का कहना यह था कि अभी जांच चल रही है तो उस समय यहां पदस्थ रहे अधिकारियों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई और उन अधिकारियों को शासन से मिलने वाले सभी लाभ दिए जा रहे हैं। ऐसे में सिर्फ कर्मचारियों को ही आर्थिक मानसिक प्रताड़ना क्यों दी जा रही है। इस तरह तर्क वितर्क के बीच दोनों बैठके बेनतीजा रही।