CG News: छत्तीसगढ़ में इन चार सीटों को भूल गई क्या BJP.? अब तक अबूझ पहेली – क्यों रुकी है लिस्ट…?

Shri Mi
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CG News ।छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 223 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में प्रथम चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में नाम वापसी के बाद अब 223 उम्मीदवार मतदाताओं के बीच जाएंगे.

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प्रदेश BJP ने विधानसभा चुनाव2023 के मद्देनजर चुनाव के तीन के महीने पहले गत 17 अगस्त को 21 अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुनाव में बढ़त बनाने का दावा किया था।

फिर दूसरी सूची 9 अक्टूबर को जारी हुई। इसके बाद एक सिंगल नाम पंडरिया विधानसभा क्षेत्र की तीसरी सूची जारी हुई, इस तरह भाजपा 90 में से 86 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी, किंतु कसडोल, बेमेतरा, बेलतरा और अंबिकापुर के चार प्रत्याशियों की घोषणा अब तक नहीं कर पाई है।

भाजपा के भीतर यह चार सीटों की घोषणा में हो रही विलंब अब एक रहस्य बन गया है। पार्टी के भीतर ही सवाल उठ रहे हैं कि आखिर चार सीटों की घोषणा भाजपा कब करेगी? और क्यों अब तक चार प्रत्याशियों का नाम तय नहीं कर पा रही है?

दरअसल कांग्रेस ने भाजपा से बहुत बाद में चुनाव आचार संहिता की घोषणा के बाद अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया, कांग्रेस ने भी तीन सूची जारी की, मगर सभी 90 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी, ऐसे में कल तक चुनाव में आगे रहने का दावा करने वाली भाजपा अब पीछे खड़ी नजर आ रही है, जिसके
चलते पार्टी के भीतर ही इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं।

मीडिया रिपोर्ट अनुसार अंबिकापुर में भाजपा को ऊपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के खिलाफ कोई दमदार चेहरा नहीं मिल रहा है, इसी तरह कसडोल विधानसभा सीट पर अब भी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल का दावा बना हुआ है।वे सवाल उठा रहे हैं कि जब सभी पूर्व मंत्रियों, पूर्व विधायकों को टिकट दे दी गई, तो उन्हें भी टिकट दिया जाना चाहिए, क्योंकि यह उनका आखिरी चुनाव है।

इसी तरह बेमेतरा से हालही में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के कट्टर समर्थक योगेश तिवारी भाजपा में शामिल हुए हैं, बताते हैं कि टिकट की शर्त पर ही उन्होंने भाजपा प्रवेश किया है। ऐसी स्थिति में वहां के स्थानीय नेताओं का दावा खारिज करना कठिन जान पड़ रहा है।

इसके अलावा बेलतरा में वर्तमान विधायक रजनीश सिंह भी दावा ठोके बैठे हैं कि जब सभी वर्तमान विधायकों को टिकट दी गई, तो उनकी टिकट क्यों रोकी जा रही है? या काटे जाने का विचार किया जा रहा है? जबकि वे तो कांग्रेस की एकतरफा लहर के बावजूद वर्ष 2018 में चुनाव जीतकर आए है।कुल मिलाकर भाजपा में चार सीटों पर आला नेताओं की चुप्पी से घोषणा में हो रहे विलंब को एक बड़ी पहेली बना दिया है। जिससे कब पर्दा हटेगा, यह कोई भी नेता दावे के साथ नहीं बोल पा रहा है।

उन्होंने कहा कि पहले चरण के लिए सोमवार को नामांकन वापसी के अंतिम दिन कुल 30 उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया. आपको बता दें कि राज्य में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात और 17 नवंबर को मतदान होने हैं.

पहले चरण में 20 और दूसरे चरण में 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होंगे. वहीं, मतदणना एक ही दिन 3 दिसंबर को होगी. 

अधिकारियों ने बताया कि राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक छह उम्मीदवारों ने नाम वापस लिए हैं. पहले चरण के विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन पत्रों की छंटनी के बाद कुल 253 उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए थे. प्रथम चरण में नामांकन के अंतिम दिन 20 अक्टूबर तक कुल 294 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था. 

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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