संजू मर्डर अपडेटः परिवार के ईर्द-गिर्द ही घूम रही शक की सुई,आज हो सकता है ख़ुलासा,भाई कपिल के ख़िलाफ़ भी सामने आए दर्जन भर से अधिक मामले

Shri Mi
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बिलासपुर। कुख्यात बदमाश और पूर्व कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की हत्या की साजिश में उसके पिता जय नारायण त्रिपाठी, भाई कपिल त्रिपाठी, गोद ली हुई बेटी के पति का नाम सामने आ रहा है। पुलिस के मुताबिक यह हत्या संजू की मनमानी और अत्याचार से तंग आकर परिवारवालों ने ही कराई है। फिलहाल इस हत्याकांड के शूटर्स, मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी पुलिस पकड़ से दूर है, लेकिन साजिश में शामिल कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और शनिवार को इस चर्चित कांड का पुलिस अधिकारिक खुलासा कर सकती है।

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कई अपराधिक मामलों के आरोपी, नामी बदमाश संजू त्रिपाठी की बुधवार शाम सकरी बाईपास चौक में गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से पुलिस मामले की जांच में लगी थी। उसके छोटे भाई कपिल से उसकी दुश्मनी जाहिर थी, इसलिए सबसे पहले शक उस पर गया। कपिल फरार है और यह तय हो गया कि उसने ही हत्या की साजिश रची और बाहर से शूटर बुलवाए। पुलिस ने संजू के पिता, कपिल के साले और कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया था।

शनिवार को पुलिस ने कपिल त्रिपाठी की भी डिटेल निकाल कर सार्वजनिक कर दिया है।मृतक संजू के सगे भाई कपिल त्रिपाठी के खिलाफ भी बिलासपुर में एक दर्जन से अधिक ममले दर्ज है और एमपी अनुपपूर में भी अपराध कायम है।इसमें अधिकतर मामले घर घुसकर मारपीट करने का मामला और गाली गलौच के है,जबकि अनूपपुर जिले में हत्या और साक्ष्य छिपाने का अपराध कायम है।

पुलिस सूत्रों की माने तो कपिल और संजू के बीच में कुछ समय से संपत्ति के अलावा वर्चस्व की लड़ाई भी शुरू हो गई थी। इस मामले में कपिल त्रिपाठी का साथ उसके पिता जय नारायण त्रिपाठी दिया करते थे। अंदेशा जताया जा रहा है कि हत्याकांड के पीछे साजिश रचने के मामले में उसके पिता की भी भूमिका हो सकती है क्योंकि उनका भी पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रह चुका है।

जांच में यह बात भी सामने आई है कि संजू की हत्या के लिए करीब 1 महीने से साजिश रची जा रही थी । इसके लिए रोज संजू के रूटीन पर भी नजर रखी जा रही थी। कई युवक लगातार उसके घर तथा फार्म हाउस के आसपास गाड़ियों में घूमते और उसी से मिलने झूलने वाले लोगों की भी दिनचर्या पर नजर रखे हुए थे।

गौरतलब है कि बीते बुधवार को कांग्रेस नेता और हिस्ट्रीशीटर संजीव त्रिपाठी अपने फॉर्म हाउस से वापस अपने घर कुदुदंड लौट रहा था तभी सकरी बाईपास चौक पर स्पीड ब्रेकर के चलते उसने अपनी कार स्लो की। इसी दौरान ओवरटेक करके दो गाड़ियां आई और उस पर से निकले हमलावरों ने ताबड़तोड़ तरीके से उस पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इस वारदात में संजू के कमर ,सिर और पेट पर गोलियां लगने से उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने जांच के बाद एक कार को कोटा रोड और एक स्कॉर्पियो को भिलाई से जप्त किया। जो घटना में उपयोग में लाई गई थी । इसके अलावा पुलिस ने इस मामले में मृतक संजू के पिता जयनारायण भाई की पत्नी ,साला और अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो कई तथ्य सामने आए हैं। पुलिस की माने तो जय नारायण त्रिपाठी की एक और दत्तक पुत्री है जिससे पिता और मृतक पुत्र संजू के अवैध संबंध थे। इसके अलावा पैतृक संपत्ति को लेकर संजू और उसके भाई कपिल के बीच विवाद चल रहा था ल।

पुलिस की जांच में हत्या के पीछे अब तक यही दो प्रमुख वजह सामने आई हैं। पुलिस इस मामले में जल्द खुलासा करने की बात कर रही है। पुलिस ने मृतक संजू के भाई कपिल त्रिपाठी के अपराधिक रिकॉर्ड साझा किए हैं। उसके खिलाफ हत्या से लेकर मारपीट आगजनी, बलवा जैसे 1 दर्जन से अधिक अपराध केवल सिविल लाइन थाने में ही दर्ज हैं। पुलिस की मानें तो वह भी आदतन अपराधी था।

पुलिस के अनुसार हिस्ट्रीशीटर कपिल त्रिपाठी आदतन बदमाश है। फरार कपिल के खिलाफ सिविल लाइन थाना में  13 से अधिक मामलों में अपराध दर्ज है। आरोपी के खिलाफ पहला अपराध 2003 में आईपीसी की धारा 341, 323, और 34 का अपराध दर्ज किया गया। साल 2022 में 13वां अपराध आईपीसी की धारा 323, 294, 506, 324 और 34 के तहत अपराज पंजीकृत हुआ है। साल 2003 में ही 324 और 34 के दो अलग अलग मामले  में अपराध दर्ज हुआ है। साल 2004 में अलग अलग मामले में 147,452, 323, 294, 506, 34 341, का अपराध दर्ज हुआ है।

पुलिस के अनुसार साल 2005 में 294, 506बी,323,341,324, और 34 के तहत प्रकरण कायम किया गया है। साल 2007 में तीन अलग अलग अपराध में 294, 506, 323,34 का अपराध दर्ज हुआ है। इसके अलावा साल 2010 में कपिल त्रिपाठी  294, 506बी, और 34 के तहत आरोपी है। साल 2022 में सिविल लाइन पुलिस ने कपिल के खिलाफ 294, 323, 506, 323 और 34 का अपराध दर्ज किया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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