रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य में भ्रम फैलाने झूठ का पुलिंदा पेश करते हैं और अब उनके ही पूर्व कृषि मंत्री ने पोल खोल कर रख दी है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि किसानों को मिलने वाला धान का मूल्य केंद्र सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य के दम पर है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री साव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव जीतने के लिए अपने घोषणा पत्र में किसानों को धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2500 रुपए प्रति क्विंटल देने का वादा किया था।
लेकिन अब किसानों को इस साल धान की जो कीमत मिलेगी, उसमें 2183 रुपए प्रति क्विंटल केंद्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य है।
प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा है कि आने वाले पांच साल में धान की कीमत 3600 रुपए प्रति क्विंटल हो जायेगी। वे यह इसलिए बोल रहे हैं कि केंद्र की मोदी सरकार ने 86.5 लाख मीट्रिक टन चावल अर्थात 1 करोड़ 30 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का ऐलान किया है।
मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के किसानों के पूरे धान का चावल खरीदेगी। धान का समर्थन मूल्य केंद्र सरकार उत्तरोत्तर बढ़ा रही है। धान का समर्थन मूल्य 2018 से लेकर 2028 तक 10 वर्षों में दो गुना हो जायेगा।
इसका मतलब है कि प्रदेश में किसानों को धान का बढ़ता मूल्य केंद्र की भाजपा सरकार के कारण मिल रहा है। लेकिन भूपेश सरकार जो बोनस दे रही है, वह तो एक धेला भी नहीं बढ़ा है। बल्कि किसान जब 20 क्विंटल धान बेचेंगे तो प्रति क्विंटल बोनस भी कम हो जायेगा।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री साव ने कहा कि किसानों के कल्याण की बात केवल भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है। प्रदेश निर्माण से अब तक भाजपा ने ही किसानों के धान खरीदने और बोनस देने की शुरुआत की। आने वाले समय में भी मोदी सरकार के इंजन से प्रदेश में भाजपा सरकार का इंजन मिलेगा तो डबल इंजन सरकार किसानों के आर्थिक कल्याण के लिए निर्णय लेगी।
ऐसा प्रदेश में अन्य विकास को रोककर नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी के निर्माण से लेकर सड़क, पुल, पुलिया, स्कूल भवन, अस्पताल भवनों के निर्माण तक समस्त क्षेत्र में ध्यान देगी। जनता के सामने भूपेश बघेल सरकार का सच पूरी तरह बेनकाब हो गया है और किसानों को अहसास हो चुका है कि ठगेस ने उन्हें ठग लिया है।