बिलासपुर—-रेल प्रबंधन की मनमानी और झूठे वादों से जनता अब पूरी तरह से थक चुकी है। यात्री गाड़ियाँ के परिचालन को लगातार निरस्त किया जा रहा है। और जो गिनती कि गाड़ियाँ चल भी रही हैं…वह कितनी देर से आएंगी..इसकी गारंटी खुद रेलवे कर्मचारियों के पास भी नहीं है। आम नागरिकों और खासकर गरीबों का जीना मुश्किल हो गया है। बावजूद इसके रेलवे प्रशासन की तानाशाही खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। नागरिक संघर्ष मंच के नेता अमित तिवारी ने एलान किया कि रेलवे की तानाशाही के खिलाफ बिलासपुर की जनता के साथ 27 अक्टूबर से माग पूरी नहीं होने तक धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद भी रेलवे प्रबंधन अपनी आदतों से बाज नहीं आता है तो 2 अक्टबूर से आमरण अनशन पर बैठूंगा। अमित तिवारी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यदि बिलासपुर की जनता ने दबाव नहीं बनाया तो वह दूर नहीं जब जोन से यात्री गाड़ियों का ना केवल परिचालन बंद हो जाएगा। बल्कि ज़ोन का उपोयग सिर्फ कोयला लदान के लिये ही रह जाएगा।
नागरिक सुरक्षा मंच के प्रमुख णित तिवारी ने बताया कि पिछले दिनों यानि 12 और 13 सितम्बर को रेल प्रशासन का घेराव किया गया। प्रशासन की तरफ से जल्द से जल्द रेल सेवा बहाली का आश्वासन दिया गया। बावजूद इसके एक बार फिर रेल प्रशासन ने अपना रंग दिखाया। और दर्जनों ट्रेन को एक बार फिर निरस्त कर दिया है। मतलब रेल प्रशासन अपनी तानाशाही से बाज नहीं आ रहा है।