कोरबा।कोरबा जिले में घटित हो रहे सायबर अपराध की रोकथाम हेतु पुलिस अधीक्षक कोरबा, अभिषेक मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा कीर्तन राठौर, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कोरबा रामगोपाल करियारें, नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा योगेश साहू द्वारा समय-समय पर आम-जनता को जागरूक करने एवं ठगी का शिकार होने से बचाने हेतु निर्देशित किया गया है। इसी क्रम में 28 मार्च दिन रविवार को प्रार्थी गोविन्द प्रसाद कैथवास को अज्ञात मोबाईल नंबर से रविकुमार नामक व्यक्ति का फोन आया ।जिसके द्वारा प्रार्थी को कहा गया कि मै मुम्बई भारतीय स्टेट बैक कस्टमर केयर से बोल रहा हूॅ। प्रार्थी को फरवरी में बैक के द्वारा केवायसी करने का मैसेज आया था पर आपने अभी तक केवायसी नही कराया गया है हम यहीं से आपका केवायसी अपडेट कर देगे। आप फोन को होल्ड पर रखिए और आप केवायसी नंबर हम आपको भेज रहे।उसे नोट कर लिजिए।
यदि आप केवायसी नही कराएगे तो आपका बैक बैलंेस होल्ड कर बैलंस जीरो कर दिया जावेगा। फिर आपके पास बैक से मैसेज में एक नंबर आयेगा, उसे बताना पडेगा।थोडी देर बाद पुनः उक्त नंबर से प्रार्थी को फोन कर बताया गया कि आपका बैक बैलेस होल्ड कर आपका बैलेस जीरो कर दिया गया है। आप केवायसी मैसेज दे दीजिए और आप जब तक केवायसी नही कराएंगे तब तक आपका बैक खाता होल्ड कर दिया गया है।
उसके बाद आप अपना पैसा बगैर केवायसी कराए निकाल नही सकते है। प्रार्थी ने अपने योनो (नेट बैकिंग) के माध्यम से अपने एकाउंट का बैलंेस चेक करने पर एकांउट का बैलेस जीरो हो गया था। तुरंत एटीएम में जाकर बैलेस चेक करने पर 17,83041/-रूपये का आहरण दिखाते हुए शेष रकम 38 पैसा प्रदर्शित हो रहा था। प्रार्थी द्वारा तत्काल चैकी रामपुर आकर अपने एसबीआई एकाउंट नंबर से 17,83041/-रूपये योनो एप्स/इंटरनेट बैकिंग के माध्यम से ठगी हो जाने की लिखित शिकायत दर्ज कराने पर रामपुर चौकी प्रभारी/सायबर सेल कोरबा उनि मयंक मिश्रा के द्वारा प्रार्थी के साथ 17,83041/-रूपये कि ठगी हो जाने को गंभीरता से लेते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक मीणा को हालात से अवगत कराते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा कीर्तन राठौर के मार्गदर्शन में सायबर सेल को कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया। रविवार को बैक बंद होने के कारण ठगो के संबंध में जानकारी प्राप्त करने में अत्यधिक समस्या आने के बावजूद सायबर सेल के द्वारा विशेष रूचि लेकर त्वरित कार्यवाही करते हुए, आवेदक के बैंक एकांउट नंबर एवं कार्ड नंबर को बैंक मे मेल कर जानकारी प्राप्त किया गया।
बैक के अधिकारी के द्वारा बताया गया कि प्रार्थी का कुल रकम 17,83041/-रूपये को ठगो के द्वारा योनो एप्स के माध्यम से फिक्स डिपाजिट कर दिया गया है। मेल से जानकारी प्राप्त होने पर सायबर सेल के द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए लगातार बैक से संपर्क कर ट्रान्जेक्शन को होल्ड कराया गया।सायबर सेल की तत्परता से कुल राशि 17,83041/-रूपये वापस प्रार्थी के एकाउंट में वापस कराई गई।चूंकि हैकरो/ठगो के द्वारा कुछ दिनों से योनो एप्स/इंटरनेट बैकिग धारको का एकाउंट हैक करना प्रतीत हो रहा है। एकाउंट धारको का इंटरनेट बैकिंग आईडी एवं पासवार्ड कॅामन/सरल शब्दों में होने/अपने नाम का आईडी पासवर्ड बनाने केे कारण या बैक कर्मी द्वारा शुरूआत में प्रार्थी का आईडी एवं पासवर्ड बनाए गए यूजर आईडी/पासवर्ड काॅमन होने के कारण या स्वयं के द्वारा अपना पासवर्ड में बदलाव नही करने के कारण ठगों के द्वारा आसानी से इंटरनेट बैकिंग/योनो एकाउंट को हैक कर लिया जा रहा है। ठगो के द्वारा योनो एकांउट को हैक करने के पश्चात ट्रान्जेक्शन करने के लिए केवायसी कराने के नाम से ओटीपी की माॅग करते है।
ठगो के द्वारा प्रार्थी के योनो एप्स के माध्यम से पूरी राशि को एफडी कर लिया जाता है। चूंकि एफडी करने के लिए मोबाईल में ओटीपी की जरूरत नही पडती है, इसका फायदा उठाकर ठगों के द्वारा प्रार्थी के एकाउंट की पूरी राशि को एफडी कर केवाायसी कराने के नाम से ओटीपी भेजकर ठगी की जा रही है।प्रार्थी की संपूर्ण आहरित रकम वापस दिलाने में सायबर सेल कोरबा से उनि मयंक मिश्रा, सउनि दुर्गेश राठौर, आरक्षक प्रशांत सिंह, आर. गुना राम, आर. विरकेश्वर सिंह, आर. रवि चैबे, आर. डेमन ओग्रे, म0आर. रेणु टोप्पो का विशेष योगदान रहा ।