बिलासपुर—-कोरोना संक्रमण को देखते हुए 15 अप्रैल से होने वाली दसवीं बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। शासन से इस आशक का एक आदेश पत्र भी जारी कर दिया है। नवीन शिक्षक संघ के नेता अमित नामदेव में आदेश को शिक्षक और छात्रों के हित में बताया है। साथ ही मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी जाहिर किया है। बताते चलें कि बोर्ड परीक्षा स्थगित किए जाने को लेकर शिक्षक नेता अमित नामदेव में छात्र और शिक्षक हित में आवाज बुलंद किया था।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की तेजी को देखते हुए शासन ने बोर्ड परीक्षआ को स्थगित कर दिया है। संक्रमण के प्रतिदिन आकड़ो और शिक्षकों के साथ छात्रों की मांग पर शासन ने बोर्ड परीक्षा स्थगित करने का कदम उठाया है।
जानकारी हो कि कोरोना की दूसरी लहर ने इस बार छोटे शहर और ग्रामीण इलाको भी अपनी चपेट मे ले लिया है। हालात की स्थिति को देखते हुए राजधानी रायपुर में 9 अप्रैल से लॉक डाउन की घोषणा है। इस विषम परिस्थितियों को देखते हुए छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने प्रदेश में 15 अप्रैल से आयोजित होने वाले दसवीं बोर्ड परीक्षा का आयोजन आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया है।
जानकारी देते चलें कि प्रदेश में बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण को देखते हुए दुर्ग विधायक अरुण वोरा ने मुख्यमंत्री को बाकायदा पत्र लिखा था। उन्होने पत्र के माध्यम से मांग की थी कि इस वर्ष बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर देना ही उचित होगा।
इसके अलावा शिक्षक संगठनों ने भी इन हालात में लिए जाने वाली परीक्षाओ का विरोध किया था । शिक्षक नेता अमित कुमार नामदेव कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण लगातर बढ़ते ही जा रहा है। प्रदेश में आम जनता के साथ-साथ प्रतिदिन अलग-अलग जिलो से हमारे शिक्षक साथी कोरोना संक्रमण से अपने जान गवां रहे है।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते भयावह स्थिति को देखते हुए प्रदेश के बोर्ड की परीक्षा दे रहे प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों की सुरक्षा और रोना संक्रमण रोकने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था । इसमें वर्तमान सत्र में बोर्ड परीक्षाओं के ऑफलाइन आयोजन पर रोक लगाने की मांग की गयी थी।