Cyclone Biparjoy: गुजरात में चक्रवात ‘बिपरजॉय’ से पहले शुरू हुई तेज बारिश

Shri Mi
5 Min Read

Cyclone Biparjoy।गुजरात में तूफान बिपरजॉय को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. आशंका है कि अरब सागर से आ रहा ये तूफान कुछ दिनों में गुजरात में लैंडफॉल करेगा. यह तूफान अति प्रचंड रूप ले सकता है जिसका अलर्ट लगातार मौसम विभाग दे रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार (13 जून) को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की तैयारियों की समीक्षा बैठक की.

Join Our WhatsApp Group Join Now

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा “केंद्र सरकार और राज्यों ने 9 सालों में मिलकर कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं और नई आपदाओं से निपटने के लिए खुद को तैयार किया है.”

उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार इसके लिए पूरी तरह से तैयार है. हमारा उद्देश्य ‘जीरो कैजुअल्टी’ सुनिश्चित करना और चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ से होने वाले संभावित नुकसान को कम से कम करना है.”

ताजा मौसम के हालातों की बात करें तो मुंबई में मंगलवार (13 जून) को न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि शहर में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण बारिश होना शुरू हो गई है. ‘बिपरजॉय’ के प्रभाव से गुजरात के अरावली जिले के कई हिस्सों में भी भारी बारिश हुई है. गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सिस्टम की तरफ से समय-समय पर जारी किए गए निर्देशों का पालन करें.

एनडीआरएफ की तैयारी 

एनडीआरएफ के डीआईजी ऑपरेशन मोहसिन शाहिदी ने बताया कि उनका फोकस क्षेत्र कच्छ और सौराष्ट्र हैं, जहां लैंडफॉल (चक्रवात) की संभावना है. अब तक 30,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया गया है. वहीं, चक्रवर्ती तूफान से प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की 17 और एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की गई हैं.

क्या बोले मनसुख मंडाविया?

वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर कहा, “चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के गुजरात के कच्छ जिले की ओर बढ़ने के कारण राशन और भोजन की व्यवस्था और आश्रय-गृह स्थापित किए जा रहे हैं. चिकित्सा और स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटने के लिए भी योजना बनाई जा रही है. एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, “साइक्लोन बिपरजॉय को लेकर हमारी आर्मी पूरी तैयारी कर रही है. भुज के मिलिट्री बेस में मैंने इन तैयारियों का जायजा लिया. इस संभावित संकट को लेकर सेना के जवानों से बातचीत भी की.”

बेहद गंभीर चक्रवात में बदलने की संभावना

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक भारत के कई राज्यों में तेज हवाएं और बारिश हो सकती हैं. लोगों को समुद्र किनारे जाने से मना किया गया है. मछुआरों को भी समुद्र में नहीं जाने की हिदायत दी गई है. आईएमडी के अनुसार, ‘बिपारजॉय’ मंगलवार को अत्यंत गंभीर चक्रवात से कमजोर होकर बेहद गंभीर चक्रवात में बदल गया. इसके बेहद गंभीर चक्रवात के रूप में 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ के तटों को पार करने की संभावना है. इस दौरान अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने के आसार हैं.

इन इलाकों में होगी तेज बारिश 

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, “बिपारजॉय से काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है. गुजरात में कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर जिलों में 13 से 15 जून तक 20 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश हो सकती है.” उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात से भी हैरानी नहीं होगी अगर यहां 25 सेमी से ज्यादा बारिश दर्ज होगी. आमतौर पर इस समय इतनी तेज बारिश नहीं होती है इसलिए निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा होने की संभावना है.”

मौसम विभाग के मुताबिक, बिपरजॉय के कारण इतनी तेज हवाएं चल सकती हैं कि पेड़ गिर सकते हैं. इससे घरों को भी नुकसान होने की संभावना जताई गई है. टीन शेड गिरने के साथ ही तटों को भी नुकसान पहुंच सकता है. कुछ इलाकों में बारिश के साथ ही बाढ़ आने का खतरा भी हो सकता है. सौराष्ट्र, कच्छ के निचले तटवर्ती इलाकों में तीन से छह मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं.

बिपरजॉय को लेकर रेलवे की तैयारी 

पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर ने बताया कि बिपरजॉय के खतरे को देखते हुए 69 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, 32 ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है जबकि 26 ट्रेनों शॉर्ट-ऑरजिनेट किया जाएगा. वहीं, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ अनिल कुमार लाहोटी और अन्य बोर्ड के सदस्य बिपोर्जॉय से उत्पन्न होने वाली स्थिति पर सीधी नजर बनाए हुए हैं.

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close