बिलासपुर। आज हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति द्वारा धरना स्थल पर हुई जनसभा में यह बात प्रमुखता से सामने आई की वर्तमान नागरिक उड्डयन मंत्री बिलासपुर से विभिन्न महानगरों जैसे हैदराबाद ,कोलकाता, मुंबई तथा दिल्ली की सीधी उड़ान के संदर्भ में कोई ठोस पहल नहीं कर रहे हैं। गौरतलब है कि इन सभी मार्ग केंद्र सरकार ने सब्सिडी वाली उड़ान योजना से भी बाहर कर रखें हैं।जबकि ग्वालियर समेत देश के ऐसे कई शहर हैं जहां से महानगरों तक उड़ान मार्ग को सब्सिडी वाली योजना में शामिल किया गया।समिति ने इस बात पर भी दुख जताया कि स्वयं नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सितंबर महीने में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को पत्र लिखकर बिलासपुर-भोपाल उड़ान अक्टूबर महीने में चालू हो जाने का वादा किया. लेकिन आज तक यह उड़ान चालू नहीं हुई है।
आज की सभा को संबोधित करते हुए आदिवासी विकास परिषद के प्रदेश अध्यक्ष संत कुमार नेताम ने कहा कि आदिवासी बहुल राज्य होने के बाद भी बिलासपुर तथा उत्तर छत्तीसगढ़ को हवाई सुविधा के नाम पर झुनझुना पकड़ाया गया है। जबतक बिलासपुर से देश के चारों दिशाओं में उड़ाने ना हो तब तक इसे पर्याप्त नहीं कहा जा सकता। सभा में बोलते हुए पूर्व पार्षद संजय पिल्ले ने कहा कि बिलासपुर की जनता को सड़कों में प्रदर्शन करने के बाद भी वह सुविधा नहीं मिल रही जो अन्य शहरों को बिना मांगे दी जा रही है। रेलवे क्षेत्र के युवा नेता कमलेश दुबे ने कहा कि हमें मजबूरी में आंदोलन का विस्तार करना पड़ेगा। इस प्रस्ताव पर सभा में उपस्थित महापौर रामशरण यादव समेत समिति के सभी सदस्यों ने एक राय से समर्थन किया और पहले चरण में विभिन्न सामाजिक और नागरिक संगठनों को पुनः आंदोलन में बड़े स्तर से शामिल करने का फैसला लिया है।
आज की सभा में सुदीप श्रीवास्तव, देवेंद्र सिंह, मनोज श्रीवास ,समीर अहमद, बद्री यादव, नरेश यादव, अकील अली, विजय वर्मा ,गोपाल दुबे, शंकर परिहार ,नरेश यादव, विभूति भूषण, दीपक कश्यप ,अनिल गुलाहरे ,मोहन जायसवाल ,रामपुरी गोस्वामी ,चंद्र प्रकाश जायसवाल शामिल हुए।