कांकेर/ विधानसभा आम निर्वाचन-2023 के तहत् मंगलवार 07 नवम्बर को जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों के सभी 727 मतदान केंद्रों में मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस बार हुए मतदान ने यह सिद्ध कर दिया है कि आदिवासी क्षेत्र के मतदाता अपने मताधिकार को लेकर काफी जागरूक हो चुके हैं।
जिले में स्थापित किए गए आदर्श मतदान केन्द्र, संगवारी पोलिंग बूथ, बिटिया हेल्प डेस्क, दिव्यांग एवं वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्थापित किए गए मतदान केन्द्रों में वोट डालने मतदाताआें का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
07 नवम्बर को सुबह 06 बजे से ही कतार में लगकर मतदाताओं ने वोट डाला, जो कि देर शाम तक चलता रहा। यहां तक कि यह स्थिति रही कि कुछ बूथों में मतदान शुरू होने के चार घंटे के भीतर ही 90 प्रतिशत या उससे अधिक वोट डाले गए।
मतदाताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जिले में कुल 32 नवीन मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में स्थापित नवीन मतदान केन्द्र हरनपुरी में 89.16 प्रतिशत, हावरकोंदल में 87.87 प्रतिशत, कनकपुर में 86.78, बैजनपुरी-2 में 86.47, आमागढ़ में 85.14, बोटेचांग में 81.80, चारामा-9 में 73.31, चौगेल संजयपारा में 72.70 वोटिंग प्रतिशत रहा।
इसी तरह भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के कोरर-1 मतदान केन्द्र को युवा प्रबंधन केन्द्र के तौर पर विकसित किया गया था। यहां पिछले आम निर्वाचन से 0.84 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। इसी तरह दिव्यांगों के लिए बनाए गए मतदान केन्द्र तारसगांव में 2.83 प्रतिशत वोट की वृद्धि दर्ज की गई।
इसी तरह कांकेर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-81 में 15 ऐसे पोलिंग स्टेंशन है, जहां के मतदाताओं ने लोकतंत्र पर आशा रखते हुए वोट किया। कुछ केन्द्र ऐसे हैं, जहां पर 96 प्रतिशत से भी अधिक वोट पड़े। ऐसा ही एक मतदान केन्द्र महेशपुर में 96.09 प्रतिशत वोटरों ने वोट किया।
इसी तरह पर्थीनाला में 92.20 प्रतिशत, साल्हेभाट में 91.90, बोरगांव में 91.34, मलांजकुडूम में 91.24 रावस में 91.13, तुलतुली में 90.75, चिवरांज में 90.45, छिन्दखड़क में 90.36, झूलनातेंदु में 90.30, खल्लारी में 90.08, गोवर्धन में 89.20, बिहावापारा में 87.070, सिंगारवाही में 86.40 तथा घोटिया में 85.57 प्रतिशत मतदाताओं ने अपना मताधिकार का प्रयोग किया। इस प्रकार सभी 15 नवीन मतदान केन्द्रों में 85 से 96 प्रतिशत के बीच ऐतिहासिक मतदान हुआ।