Old Pension Scheme को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट,की यह मांग

Shri Mi
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ओल्ड पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) को लेकर गतिरोध जारी है। कई राज्यों की सरकारें इसे लागू करने का वादा कर चुकी हैं। कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश चुनाव में भी इसको मुद्दा बनाया था और सरकार बनाने के बाद लागू करने की बात कही थी। छत्तीसगढ़ और राजस्थान सरकार ने भी इसे लागू करने की बात कही है। वहीं अब बीएसपी प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) ने भी ओल्ड पेंशन स्कीम का मुद्दा उठाया है और केंद्र और यूपी की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।

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यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कहा कि डबल इंजन सरकार में जनता डबल परेशान है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “देश भर में आम लोगों के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों का जीवन भी त्रस्त करती बढ़ती हुई महंगाई के कारण केन्द्र व यूपी सहित विभिन्न राज्यों में पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की माँग लगातार ज़ोर पकड़ती जा रही है। जिसका समाधन होना बहुत ज़रूरी, बीएसपी की यह माँग है।”

मायावती ने एक और ट्वीट कर बीजेपी सरकार को नसीहत भी दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “इसी क्रम में महंगाई के साथ-साथ गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन आदि की जटिल समस्याओं के प्रति केन्द्र व यूपी सरकार को सही नीयत व नीति के साथ काम करना जरूरी। ऐसी जनसमस्यायें भाषणबाजी से नहीं हल होती हैं। खासकर तब जब यूपी में डबल इंजन की सरकार में जनता डबल परेशान है, समाधान जरूरी।”

बता दें कि पिछले कई हफ्तों से बसपा सुप्रीमो मायावती सक्रिय हैं। बीएसपी कर्नाटक चुनाव भी अकेले दम पर लड़ रही है। कुछ दिन पहले उन्होंने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर भी निशाना साधा था। मायावती ने ट्वीट कर लिखा था, “सपा प्रमुख की मौजूदगी में ’मिले मुलायम-कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्रीराम’ नारे को लेकर रामचरित मानस विवाद वाले सपा नेता पर मुकदमा होने की खबर आज सुर्खि़यों में है। वास्तव में यूपी के विकास व जनहित के बजाय जातिवादी द्वेष एवं अनर्गल मुद्दों की राजनीति करना सपा का स्वभाव रहा है।”

मायावती ने आगे लिखा, “यह हकीकत लोगों के सामने बराबर आती रही है कि सन 1993 में मान्यवर श्री कांशीराम जी ने सपा-बसपा गठबंधन मिशनरी भावना के तहत बनाई थी। किन्तु श्री मुलायम सिंह यादव के गठबंधन का सीएम बनने के बावजूद उनकी नीयत पाक-साफ न होकर बसपा को बदनाम करने व दलित उत्पीड़न को जारी रखने की रही। इसी क्रम में उस दौरान अयोध्या, श्रीराम मन्दिर व अपरकास्ट समाज आदि से सम्बंधित जिन नारों को प्रचारित किया गया था वे बीएसपी को बदनाम करने की सपा की शरारत व सोची-समझी साजिश थी। अतः सपा की ऐसी हरकतों से खासकर दलितों, अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज को सावधान रहने की सख्त जरूरत है।”

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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