जशपुर नगर -ज़िला कलेक्टर डॉ रवि मित्तल एवं ज़िला पंचायत के मुख्य कार्यपालिका अधिकारी संबित मिश्रा के मार्गदर्शन में एवं जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर संजय गुप्ता के निर्देशन में यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के तहत आयोजित शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यशाला में सामाजिक विज्ञान विषय अध्यापन कराने वाले शिक्षकों की उन्मुखीकरण कार्यशाला संपन्न हुई ।
सामाजिक विज्ञान विषय में अध्यापन के समय आने वाली विषयगत कठिनाईयों पर विस्तृत चर्चा करते हुए सभी बिन्दुओं पर मास्टर ट्रेनरों के द्वारा समाधान किया गया।
शिक्षकों के लिए ब़ेन स्टॉर्मिंग गतिविधि से सभी शिक्षकों को बोर्ड परिशा में शत् प्रतिशत परीक्षा परिणाम प्राप्त करने प्रोत्साहित किया गया।
मास्टर ट्रेनर संजय दास के द्वारा नई शिक्षा नीति- 2020 के प्रमुख बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई । मास्टर ट्रेनरों के द्वारा बताया गया कि यूट्यूब एवं तकनीकी का उपयोग करते हुए सामाजिक विज्ञान विषय को सरलतापूर्वक बच्चों को समझाया जा सकता है। ।मास्टर ट्रेनर दिलीप सिंह,प्रभा चौहान, विंध्याचल शर्मा सावेद आलम एवं राजेन्द्र प्रेमी के द्वारा इतिहास, भूगोल,अर्थशास्त्र एवं राजनीति शास्त्र के खण्डों में से ब्लू प्रिंट के आधार पर चर्चा की गई ताकि अधिकतम अंक बच्चों को प्राप्त हो सके इसके अलावा लेखन दक्षता पर चर्चा किया गया। बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्र पैटर्न एवं अंक विभाजन पर चर्चा करते हुए कम अधिगम वाले बच्चों को चिन्हांकित कर उनके लिए उपचारात्मक शिक्षण के उपायों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई ।
बतौर विषय विशेषज्ञ के रूप में एन.ई.एस. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित ने अपने अध्ययन की कठिनाइयों को बताते हुए इतिहास विषय के प्रति रुचि कैसे आई? उन्होंने बताया कि इतिहास विषय पर स्वयं पीएचडी करके 15 लोगों को पीएचडी भी करा चुका चुके हैं।
जशपुर जिले के इतिहास को लेकर लिखी तीन किताबों का जिक्र करते हुए बताया कि अतीत से आगत, जशपुर…एक अध्ययन एवं जशपुर रियासत का इतिहास शामिल है। इतिहास विषय को परिभाषित करते हुए कहा- “घटनाओं का क्रमबद्ध अध्ययन ही इतिहास है।”
1857 की क्रांति का मूल कारण, लार्ड कर्जन और लार्ड डलहौजी के प्रति बच्चों में भ्रांतियां,प्रथम रेल लाइन सर्वे,पुरातत्व विभाग का गठन,सिन्धु घाटी सभ्यता का उद्भव और विकास पर विस्तार से चर्चा किये।
यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता द्वारा शिक्षकों को कहा गया कि बच्चों में सामाजिक विज्ञान विषय के कौशल का विकास करें जिससे भविष्य में जीवन जीने के लिए उपयोगी साबित हो।
होशियार बच्चों को कला संकाय के विषय को अध्ययन करने के लिए प्रेरित करें जिससे आने वाले समय में वे बच्चें यूपीएससी,पीएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतरीन प्रदर्शन कर सफल हो सके।
कक्षा नवमीं और दसवीं में विषयवस्तु प्रवेश के पहले 15 दिन तक पूर्व कक्षा के कठिन बिंदुओं को चिन्हांकन करके कुछ मॉड्यूल तैयार लेवें फिर बच्चों के सामने प्रदर्शन करेंगे तो निश्चित ही परीक्षा परिणाम में सुधार देखने को मिलेगा । जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कक्षाएँ संचालित कर बच्चों के समस्याओं को समाधान करने का प्रयास करे।
उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजन में यशस्वी जशपुर जे संजीव शर्मा एवं अवनीश पांडे का विशेष योगदान रहा । कार्यशाला में जिले के 145 विद्यालय के सामाजिक विज्ञान विषय अध्यापन करने वाले शिक्षक /शिक्षिका गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए संकल्पित हुए शिक्षकों द्वारा कार्यशाला का फीडबैक भी दिया गया ।