10 दस दिवसीय कार्यशाला में बच्चों ने दिखाया हुनर…AVM चेयरमैन अजय ने कहा…बच्चों का समग्र विकास ही हमारी प्राथमिकता

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—आधारशिला विद्या मंदिर में 10 दिवसीय समर कैंप का समापन गरिमामय और उत्साह के वातावरण में हुआ। समर कैम्प के दौरान प्रबंधन ने बच्चों की रुचि और व्यक्तित्व विकास को केन्द्र में रखकर कार्यक्रम का आयोजन किया।  समापन कार्यक्रम में बच्चों को योगाभ्यास कराया गया।  प्रदर्शनी के दौरान बच्चों ने शिक्षकों और अभिभावकों के बीच जमकर धमाल मचाया। इस दौरान शिक्षक – अभिभावक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। दस दिवसीय कार्यशाला के समापन मे मुख्य अतिथि गुरुघासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के असोसिएट प्रोफेसर रत्नेश सिंह ने विशेष रूप से शिरकत किया। 
दस दिवसीय कार्यशाला के समापन कार्यक्रम को मुख्य अतिथि रत्नेश सिंह ने संबोधित किया। इस दौरन उन्होने बच्चों का जमकर उत्साहवर्धन किया।  उन्होंने बताया कि बच्चों की बौद्धिक और भावनात्मक ऊर्जा का खुलना बहुत जरूरी है। बच्चों को केवल किताबी ही नहीं बल्कि आसपास के जुड़े सामाजिक गतिविधियों से भी अवगत करना चाहिए।  पालकों की जिम्मेदारी है कि बच्चों की रुचि को पहचाने… और अवसर प्रदान करें। इससे बच्चों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास होगा।
कार्यक्रम  के विशिष्ट अतिथि फिजिक्स एक्सपर्ट तामल चटर्जी ने बच्चों की बनायी कलाकृतियों को मुक्त कंठ से सराहा। उन्होने  उपस्थित अभिभावकों और शिक्षकों के साथ बच्चों से अपने अनुभवों को साझा किया। अभिभावकों से चर्चा कर बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर विषय की जानकारियों को साझा भी किया।
एवीएम चेयरमैन डॉ.अजय श्रीवास्तव,डायरेक्टर एस.के.जनास्वामी, प्राचार्या जी.आर.मधुलिका समेत विद्यालय के शिक्षक विशेष रूप से मौजूद थे। सभी ने अपने विचारों को सबके सामने रखा। चैयरमैन डॉ. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि दस दिवसीय समर कैंप में छात्रों ने अलग अलग दिनों में अलग अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। योग गुरु मोनिका पाठक और टीम ने प्रतिदिन योग कराया। अलग अलग आसनों के बारे में बताया। योग गुरू ने बताया कि योग से न सिर्फ हड्डी और मांसपेशियां मजबूत होती है। बल्कि  मानसिक और भावानात्मक विकास भी होता है।
चैयरमैन ने जानकारी दिया कि दस दिनों में बच्चों को  अलग अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने प्रशिक्षित किया।  प्रीति पटेल और ज्योति रजक ने बच्चों को नृत्य कला से प्रशिक्षत किया। कार्यक्रम के अंतिम दिन कलात्मक क्षेत्र मे रुचि रखने वाले छात्रों के विभिन्न कलाकृतियों को भी प्रदर्शित किया गया।
आर्ट एंड क्राफ्ट की कक्षा को श्वेता अग्रवाल ,बिंदु देवांगन,श्रद्धा मिश्रा और संपत्ति यादव ने प्रशिक्षण दिया। भारती जाजोदिया , प्रिया गोरख, रत्ना कश्यप और  रजनी सिंह की टीम ने बच्चों को ब्रेड सैंडविच, ब्रेड दही भल्ले, नारियल के लड्डू, ओरियो लड्डू,  शेक और शरबत बनाना सिखाया।
खेल विभाग में उत्तम साहू ने बच्चों का मार्गदर्शन किया। योगेश साहू ने बास्केटबॉल, आकाश सिंह राजपूत ने हैंडबॉल  और सौरभ राय, साकेत अवस्थी ने क्रिकेट का प्रशिक्षण दिया। कमोबेश सभी कार्यक्रम में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कैमरे के साथ यादों को सजोने का काम प्रतीक चिपड़े और टेक्निकल कार्यो मे शाहिन खानम, जय चक्रधारी ने योगदान दिया। 
आधारशिला विद्या मंदिर के चेयरमैन डॉ. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि शिक्षकों और  बच्चों ने समर कैंप को यादगार बना दिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में सृजनशक्ति को विकसित करने के साथ स्वास्थ्य एवं अच्छी आदतों के प्रति जागरूक करना था।
आधारशिला विद्या मंदिर के डायरेक्टर एसके जानास्वामी ने 10 दिवसीय कार्यशाला को बच्चों के लिए रुचिकर बनाने में अहम योगदान दिया। प्रिंसिपल जी. आर मधुलिका ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रमों के लिए हम हमेशा तैयार रहते हैं । बच्चों के सर्वांगीण विकास ही आधारशिला विद्या मंदिर मूल उद्देश्य है। हमारी कोशिश होती है कि विषय वस्तु हर बार नयी और प्रासंगिक हो। जिससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति  लगाव पैदा किया जा सके।
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