“पढ़ाई तुंहर द्वार”:ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित होगा ऑनलाइन शिक्षा का अभिनव प्रयोग

Shri Mi
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बिलासपुर।प्रदेश में आन लाइन पढ़ाई का कार्यक्रम “पढ़ाई तुंहर द्वार” के महत्वपूर्ण माध्यम सिस्को वेबैक्स मीटिंग एप का शिक्षा व्यवस्था के साथ समाजिक व स्वास्थ्य सरोकार जैसे क्षेत्रों में शिक्षक कैसे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे है। इसका बिलासपुर में एक उदाहरण शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिजौर के शिक्षको के द्बारा बीते दिनों प्रस्तुत किया गया शिक्षको ने स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या का निदान, प्रतिरक्षा तंत्र , स्वास्थ्य एवं पोषण जैसे महत्वपूर्ण विषयों को लेकर छात्रों से राज्य स्तरीय वेबिनार आयोजन किया गया था।CGWALL NEWS केई व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

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जिसमे प्रमुख रूप से डॉ ज्योत्स्ना दुबे , योगिता दुबे , हेम कांति नायक, संगीत यादव, मधु जायसवाल ने प्रदेश के कई छात्रों से संवाद किया चर्चा पर जानकारी साझा करते हुए शिक्षिका मधु जायसवाल ने बताया कि इस वेबिनार में छात्राओं के सवालों का जवाब दिया गया जिसमे छात्र छात्रओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।

जीव विज्ञान की व्याख्याता मधु का कहना है कोरोना काल में प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया गया है। इसे हम छात्रों के साथ साझा करते हुए उन्हें वेबिनार के माध्यम से बताया कि सब कुछ दैनिक जीवन में उपभोग करने वाले खाद्य पदार्थो में मौजूद है। जैसे हमे उनका कितना और कैसे उपयोग करना है। जैसे अंडे और सोयाबीन के गुणों को पढ़ाया लेकिन इसे आहार के रूप में इस कोरोना काल उपयोग करने से क्या लाभ होगा जैसे प्रश्नों का जवाब छात्रों को दिया गया है।

विटामिन के ऐसे कौन कौन से सरल स्रोत है टमाटर, हल्दी , मुनगा के सहित हरी सब्जियों से मिलने वाले खनिज व विटामिन कैसे हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करते है यह बेहद ही सरल शब्दों में समझाने का प्रयास किया ताकि छात्र इसके उपयोग को दैनिक जीवन मे महत्व दे और कोरोना के खिलाफ देश व प्रदेश स्वास्थ्य रखने में अपना योगदान दे।

इस हो चुके वेबिनार की अयोजन कर्ता मधु जायसवाल ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि किशोरियों के स्वास्थ्य पर छात्रओं से कक्षा के बाहर वेबिनार के माध्यम से एक नया अनुभव हुआ छात्राओं ने शारीरिक परिवर्तन व मासिकधर्म से जुड़ी समस्याओं पर खुल कर बात की जिसका निदान अतिथि ज्ञाताओं ने किया

मधु जायसवाल का कहना है कि आन लाइन कक्षा पहले कठिन कार्य लगता था पर स्कूल शिक्षा विभाग का यह अभिनव प्रयोग भविष्य में ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। जिसे लिए इसके शिक्षा सचिव डॉ आलोक शुक्ला , शिक्षा विभाग की टीम सहित छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसकी सबसे बड़ी सफलता का सबसे बड़ा प्रमाण आज हम आम साधारण शिक्षक स्कूल बंद होने पर भी आन लाइन पढ़ाई के साथ वेबिनार के माध्यम से स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या का निदान, प्रतिरक्षा तंत्र , स्वास्थ्य एवं पोषण जैसे महत्वपूर्ण विषयों को लेकर अपने स्कूल के साथ ही प्रदेश के कई छात्रों से संवाद कायम कर पा रहे है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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