Chhattisgarh में चिट्ठी पर चिट्ठी की राजनीति हो रही है। हाल ही में जानकारी सामने आई को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के विधायकों से मिलेंगे। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक चिट्ठी नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को लिखी। केंद्र से छत्तीसगढ़ के हित में कुछ जरूरी मांग करने को कहा।भाजपा विधायकों की प्रधानमंत्री से मुलाकात तो नहीं हो पाई मगर अब इस पर सियासत हो रही है। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री की चिट्ठी का जवाब दिया। चंदेल ने कांग्रेस सरकार को इस चिट्ठी से घेरते हुए सरकार से पुराने वादों पर जानकारी मांगी है। अब इस वजह से जनहित के मुद्दे दोनों दलों के नेताओं के बीच फुटबॉल की तरह इधर से उधर हो रहे है।
नेताप्रतिपक्ष ने लिखा कि आपका पत्र प्राप्त कर अत्यंत हर्ष हुआ। भारतीय जनता पार्टी विधायक दल द्वारा छत्तीसगढ़ के जनहित के मुद्दे को सड़क से सदन तक उठाते आए हैं और आगे भी जनहित में उठाते रहेंगे लेकिन साढ़े चार साल बाद आपको विधानसभा चुनाव के करीब आते ही राज्य के नागरिकों के हितों की याद आयी ।
छत्तीसगढ़ की जनता को अवगत कराने अनुरोध है
1) 2019-20 से अब तक केन्द्र सरकार के द्वारा किन-किन योजनाओं के लिए कितनी कितनी राशि उपलब्ध कराई गई है। जिसे कहां कहां उपयोग किया गया है अवगत करावें ।
2) छत्तीसगढ़ राज्य की आर्थिक स्थिति के अनुसार अभी तक राज्य सरकार ने कितना कर्ज लिया है, कर्ज की राशि का ब्याज चुकाने के लिए आपको कितना कर्ज लेना पड़ता है क्या इस पर आप श्वेत पत्र जारी करेंगे।
3) छत्तीसगढ़ के प्रत्येक व्यक्ति के उपर लगभग 27 हजार रुपये का कर्जा है इसे कम करने के लिए आप क्या करेंगे और आर्थिक स्थिति के लिए श्वेतपत्र कब जारी करेंगे ?
4) क्या यह बात सत्य है कि राज्य सरकार कोयले से प्रति टन 25 रुपये लेते थे, 25 रूपये टन के हिसाब से कितनी राशि जमा हुई है और उस राशि का कहां-कहां उपयोग किया है और कितनी राशि इकट्ठा हुई है ? कृपया प्रदेश की जनता को इसकी जानकारी दें।
5) आपके द्वारा प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कब किया जाएगा ? क्या आप दिन तिथि और समय बताएंगे ? प्रदेश की जनता जानना चाहती है।
6) 16 लाख गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास मिल जाए इसके लिए राज्य सरकार का अंशदान कब तक प्राप्त हो जाएगी ? कृपया निश्चित समय सीमा बताएं।
7) आपकी महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा घुरवा, बाड़ी इसके लिए राज्य सरकार द्वारा कितनी राशि बजट में शामिल की गई है ? कृपया जनता को बताएंगे।
8) प्रदेश के गौठानों में अब तक कितनी गौ माता की हत्या / मौत हुई है, इसके लिए कौन जिम्मेदार है, प्रदेश की जनता जानना चाहती है और जिम्मेदारों के खिलाफ क्या क्या कार्यवाही की गई ? जानकारी उपलब्ध करायें।
9) प्रदेश के 10 लाख नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था, अब तक कितनें को रोजगार उपलब्ध कराया गया है ? जिलेवार जानकारी उपलब्ध कराएंगे और अब तक आपने कितने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया है, इसकी भी जानकारी आपसे प्रदेश की जनता जानना चाहती है।
10) पिछले दो वर्षों में गिरदावरी के नाम से प्रदेश के कितने किसानों की जमीन का रकबा कम किया गया है, इसके क्या कारण थे ? क्या इसकी जानकारी प्रदेश की जनता को देना चाहेंगे ?
11) इन साढ़े चार वर्षो में छत्तीसगढ़ प्रदेश में लगभग 25 हजार से ज्यादा आदिवासी बच्चों की मौत हुई है इसका जिम्मेदार कौन है ? आपके द्वारा इनकों पांच-पांच लाख की मुआवजा दिये जाने की घोषणा कब किया जावेगा ? कृपया निश्चित समय सीमा बतावें ।
12) प्रदेश के साढ़े चार लाख से ज्यादा अधिकारी/कर्मचारी आंदोलनरत हैं। आपने अपने जनघोषणा पत्र में नियमितीकरण, वेतनवृद्धि, महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा और अनुकंपा नियुक्ति दिये जाने की घोषणा किया था अब तक इन प्रभावित परिवारों को नही मिल पाया है इनके क्या कारण हैं ? इनकी मांगे कब तक पूरी होगी ? कृपया बताने का कष्ट करेंगे।
13) आपको विदित है कि माननीय टी. एस. सिंहदेव जी के द्वारा सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए चार पृष्ठों की पत्र लिखा गया था उस पर सरकार ने क्या कार्रवाई की है कृपया बिन्दुवार जानकारी उपलब्ध कराने अनुरोध है ताकि प्रदेश की जनता को जानकारी मिल सकें।बड़े आशा और विश्वास के साथ प्रदेश की जनता ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जनादेश दिया है हमें आशा और विश्वास है कि आप इन सभी बिंदुओं का तथ्यों और तर्कों के साथ उचित जवाब प्रदेश की जनता को देंगे।
मुख्यमंत्री नेलिखा था कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को दो दिन पहले एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें बीजेपी विधायक दल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होने वाली मुलाकात में GST क्षतिपूर्ति, कोल रॉयल्टी, मेट्रो रेल और हवाई सेवा समेत प्रदेश हित की 11 मांगों पर चर्चा करने की अपील की गई थी।
भूपेश बघेल ने कहा कि साढ़े 4 सालों में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की समस्याओं के बारे में सुध नहीं ली। मैं नारायण चंदेल जी से नीचे दी गई मांगों पर चर्चा करने के लिए कहूंगा।GST की क्षतिपूर्ति बंद है, उसे वापस दिलाने की मांग करें। 4000 करोड़ से ज्यादा की कोल रॉयल्टी की राशि बची है, उसे दिलाने की बात करें। धान के एक-एक दाने के संग्रहण के बराबर केंद्र सरकार हमसे चावल लें।