मिस्ड काल गुरू जी..कमजोर बच्चों के बीच संजीवनी जैसा..बढ़ा आत्मविश्वास

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर/भाटापारा…आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के बीच मिस्ड कॉल गुरूजी अभियान संजीवनी साबित हो रहा है। कोविड-19 की चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में जिला कलेक्टर सुनील जैन और जिला शिक्षा अधिकारी सी एस ध्रुव के मार्गदर्शन में पढ़ई तुहर द्वार अभियान से बच्चों का आत्मविश्वास सिर चढ़कर बोल रहा है।
 
          विकासखंड भाटापारा में  1 सितंबर से शुरू मिस्ड कॉल गुरु जी अभियान का फायदा बच्चों के सिर चढ़कर बोल रहा है। विकासखण्ड स्तरीय 25 सदस्यों की टीम अध्यापन और पठन पाठन से सम्बधित समस्याओं का ना केवल दूर कर रही है। बल्कि अभियान से बच्चों के आत्म विश्वास पर अनुकूल प्रभाव देखने को मिल रहा है। आवश्यकतानुसार आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी समस्याओं को कक्षा और विषय शिक्षक से संपर्क कर रखते हैं। और शिक्षक बच्चों की समस्याओं को तत्काल दूर कर रहे हैं।
 
 मिस्ड काल अभियान और बच्चों में आत्मविश्वास
 
              बताते चलें कि सूरजपुर जिले से शुरू मिस्ड कॉल गुरुजी अभियान को भाटापारा में बच्चों के बीच जमकर पसंद किया जा रहा है। नवीन लाभकारी नवाचार माडल के तहत किसी भी कक्षा का विद्यार्थी एंड्राइड फोन या साधारण मोबाइल से अपनी समस्या को शिक्षक के सामने रखता है। और शिक्षक मिस्ड काल पर फोन लगातार बच्चों की समस्याओं का समाधान करता है। जानकारी हो कि यह अभियान ऑनलाइन पढ़ाई में विद्यार्थियों के पूर्ण रूप से शामिल नही होने की स्थिति में शुरू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य सभी विद्यार्थियों को स्कूल शिक्षा से जोड़ना है।
 
                       एक शिक्षक ने बताया कि सामान्य कीपैड मोबाइल के जरिए ग्रामीण क्षेत्र के कमोबेश सभी विद्यार्थी स्कूल से जुड़ चुके हैं। निर्धारित समय अवधि में विद्यार्थी मिस्ड कॉल गुरुजी के माध्यम से अपनी समस्या को संबधित शिक्षक के सामने रखता है। विकासखंड स्तरीय टीम के साथ व्यक्तिगत रूप से बहुत सारे शिक्षक अपने स्तर पर विद्यार्थी की समस्या को दू र करते हैं। अभी तक कक्षा 1 से 12 तक के अधिकतर विद्यार्थियों को मिस कॉल से संपर्क कर अध्यापन से जोड़ लिया गया है। यह अभियान सफलता के साथ राज्य के लगभग 22 जिलों में बेहतर तरीके से काम कर रहा है।
 
लिखित और मौखिक जवाब
 
                    पढ़ई तुंहर दुआर योजना में मिस्ड कॉल गुरूजी प्रकोष्ठ की ब्लाक नोडल अधिकारी सीमा मिश्रा बताती है कि अभियान के माध्यम से अध्यापन कार्य सरल तरीके से कराया जाता है। विद्यार्थियों को मिस्ड कॉल के बाद कॉन्फ्रेंस कॉल के माध्यम से अध्यापन कार्य और समस्या समाधान किया जाता है। इसमें गणित भौतिकी रसायन विज्ञान अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषय के पाठ्यक्रम भी शामिल होते हैं। सामान्य ज्ञान श्रुतलेखन और  मौखिक अभ्यास भी मिस्ड काल गुरू जी अभियान के माध्यम से कराया जाता है । जवाब आवश्यकतानुसार लिखित और मौखिक हो सकता है।
 
             सीमा मिश्रा ने जानकारी दी कि कई विद्यालयों में ऑनलाइन प्रश्नों के उत्तर लिखित में दिया जा रहा है। कई विद्यार्थी स्वयं के प्रयास से पाठ्यपुस्तक से जुड़कर प्रश्नों का उत्तर निकाल रहे हैं।  मौखिक रूप से आकलन करने में मिस्ड कॉल गुरुजी योजना बहुत ही लाभकारी साबित हो रही है। लिखित अभ्यास के बाद विद्यार्थियों से संपर्क कर मौखिक अभ्यास लिया जा रहा है। पूरक  परीक्षा को लेकर विद्यार्थी मिस्ड कॉल के जरिए शिक्षकों से संपर्क कर प्रश्नों का उत्तर प्राप्त कर रहे हैं । साथ ही उत्तर लिखने के तरीके को साझा भी कर रहे हैं।
 
                           हेमलाल साहू, शुभा दुबे , सुगंधा पाठक, श्वेता अग्रवाल,  नासिर मोहम्मद,  प्रभा साहू सरोज यादव अल्बीना खेस, कामना ध्रुव, धर्मेंद्र सैनिक, ललित सोनी, पुखराज मांझी समेत कई शिक्षकों का समूह विकासखंड स्तरीय मिस्ड कॉल गुरुजी के तहत अपने जिम्मेदारियों को पूरी ईमानदारी से अंजाम दे रहे हैं।
 
गंभीरता से करें असाइनमेन्ट का काम
 
                                       विकासखंड शिक्षा अधिकारी भास्कर देवांगन ने शिक्षकों से आग्रह किया है कि नियमित रूप से एससीईआरटी के निर्देशानुसार ऑनलाइन /ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन करें। ताकि विद्यार्थियों तक शासन की योजनाओं का अधिकाधिक लाभ पहुंच सके। हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्तर पर प्रतिमाह माध्यमिक शिक्षा मंडल के निर्देशानुसार असाइनमेंट का कार्य भी करने को कहा है। जहां… पारा मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है… वहां कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए छोटे-छोटे समूहों में बच्चों को सीखने की प्रक्रिया में शामिल करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह जानकारी मीडिया प्रकोष्ठ  प्रभारी ईश्वर देवदास ने दी है।

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