रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सतनामी समाज दुर्ग द्वारा आयोजित गुरूघासीदास जयंती समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बाबा गुरू घासीदास की पूजा-आरती कर राज्य की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सतनामी समाज और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से निर्मित सतनाम भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबा गुरू घासीदास के संदेश और उसके मार्ग में चलकर सतनामी समाज विकास की दिशा में अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि सतनामी समाज बाबा के संदेश से ना केवल शिक्षित हुआ है अपितु जागरूक और अग्रणी होकर अपने समाज के साथ ही छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा हैं। उन्होंने कहा कि सतनामी समाज के युवा, बाबा के आशीर्वाद और संदेश से प्रेरणा देकर आगे बढ़ रहे हैं और छत्तीसगढ़ के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास ने जो संदेेश दिया है वह एक व्यक्ति, एक समाज, एक प्रदेश व एक देश के लिए नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास द्वारा दिए संदेश के एक शब्द और एक लाईन को भी हम अपनी जीवन में आत्मसात कर ले तो अपना पूरा जीवन सार्थक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बाबा गुरू घासीदास ने अपना संदेश बहुत ही सीधे और सरल तरीके से समाज को दिए हैं। उन्होंने जो संदेश दिया है वह पूरे मानव समाज के लिए अविस्मरणीय रहेगा। गुरू घासीदास ने कहा है कि सतनाम ही सार है, इसे प्रत्येक प्राणी के घट-घट में सत्य के प्रति तत्पर रहने को प्रेरित करता हैं। इसी तरह गुरू घासीदास का संदेश सत्य ही मानव का आभूषण है, हमें सत्य मार्ग और सत्य गुणों को अपना कर सदैव जीवन में इसे आत्मसात करने को प्रेरित करता हैं।
गुरू घासीदास ने मनखे-मनखे एक समान का संदेश दिया है। यह संदेश आज के दुनिया में धर्म-सम्प्रदाय-जाति के नाम पर असमानता के भाव में जी रहे लोगों को असमानता को दूर कर एक साथ रहने के लिए प्रेरित करता है। बाबा जी का संदेश आपसी जाति-पाति, छूआछूट के भेद को दूर करने का संदेश देता है। बाबा जी के संदेश से काम-क्रोध-लोभ-मोह-असत्य-हिंसा-अधर्म को त्याग कर सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश देता हैं।