Coronavirus Cases In Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के रोजाना आने वाले मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शाम के करीब साढ़े सात बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 923 केस की पुष्टि हुई है. जो 30 मई के बाद सर्वाधिक है. दिल्ली में 30 मई को 946 मामले सामने आए थे और 78 मरीजों की मौत हो गई थी. संक्रमण दर 1.25 प्रतिशत दर्ज की गई थी. आज संक्रमण दर 1.29 फीसदी है. शहर में अब तक 14,45,102 मामलों की पुष्टि हुई है, इनमें से 14,17,804 मरीज संक्रमण से उबर चुके हैं और 25107 मरीजों की मौत हुई है. इस दिल्ली में 2191 कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है.दिल्ली में मंगलवार को 496, सोमवार को 331, रविवार को 290, शनिवार को 249, शुक्रवार को 180, गुरुवार को 118 और बुधवार को 125 मामले आए थे. दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के 238 मामलों की पुष्टि हुई है, जो देश में सबसे अधिक है.
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आज दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने समीक्षा बैठक की. इस बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे. अनिल बैजल डीडीएमए के अध्यक्ष भी हैं. मीडिया रिपोर्ट मुताबिक डीडीएमए ने फैसला किया है कि राष्ट्रीय राजधानी में ‘येलो अलर्ट’ के तहत लगाए गए प्रतिबंध फिलहाल जारी रहेंगे. उन्होंने कहा कि अधिकारी कुछ और समय के लिए स्थिति पर नजर रखने और ‘एम्बर अलर्ट’ के तहत आगे प्रतिबंध लगाने से बचने के पक्ष में हैं. ‘एम्बर अलर्ट’ तब घोषित किया जाता है जब संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक एक प्रतिशत या उससे अधिक दर्ज की जाती है.
एक सूत्र ने कहा, ‘‘इस बात पर चर्चा की गई कि कोविड-19 के अधिकतर मामले बिना लक्षण वाले अथवा हल्के लक्षण के हैं और कम लोगों को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत हुई है, जो इंगित करता है कि स्थिति उतनी खराब नहीं है.’’कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच आज दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के कारण मामले बढ़े हैं. पूर्व की लहर के दौरान भी, उड़ानें आने के साथ मामले बढ़े थे.’’
मामलों में वृद्धि के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ‘येलो अलर्ट’ घोषित किया था, जिसके तहत स्कूल, कॉलेज, सिनेमा और जिम बंद रहेंगे. आदेश में कहा गया है कि दिल्ली मेट्रो अपनी 50 प्रतिशत सीट क्षमता के साथ संचालित होगी, जबकि ऑटो रिक्शा और कैब में दो यात्री तक बैठ सकते हैं.