Pregnancy Hemorrhoids- पाइल्स की परेशानी महिलाओं को अगर प्रेग्नेंसी में हो जाए तो बेहद परेशान करती है। प्रेग्नेंसी के दौरान प्रोजेस्टेरोन नाम के हार्मोन में बढ़ोतरी होने से प्रेग्नेंसी में महिला को कब्ज की परेशानी होने लगती है। कब्ज की परेशानी होने से स्टूल काफी सख्त हो जाता है और बवासीर की परेशानी बढ़ने लगती है। प्रेग्ननेंसी में महिलाओं को होने वाली कब्ज की शिकायत उन्हें पाइल्स का मरीज बना देती है।
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक बवासीर की बीमारी डिलीवरी के बाद बिना किसी दवाई के अपने आप ठीक हो सकती है। डिलीवरी के बाद आपके हार्मोन का स्तर,रक्त की मात्रा और पेट के अंदर का दबाव कम हो जाता है जिससे बवासीर अपने आप ठीक हो जाती है।pristyncare के डॉक्टर पंकज सरीन के मुताबिक पाइल्स की परेशानी प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में होती है जो डिलीवरी के बाद खुद-ब-खुद खतम हो जाती है। ज्यादातर महिलाओं को प्रेग्नेंसी में ये परेशानी मल त्याग के दौरान प्रेशर डालने,फाइबर की कमी होने से,पानी की कमी होने से,लंबे समय तक बैठे या खड़े रहने से,अधिक वजन उठाने से और कब्ज की वजह से होती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 50 फीसदी महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान बवासीर की परेशानी होती है। आप भी प्रेग्नेंसी के दौरान पाइल्स से परेशान हैं तो कुछ घरेलू नुस्खो को अपनाएं आपको पाइल्स के लक्षणों से निजात मिलेगी।
प्रेग्नेंसी के दौरान पाइल्स से परेशान हैं तो इन उपायों को अपनाएं।
- प्रग्नेंसी में पाइल्स से परेशान हैं तो गुनगुने पानी से नहाएं। नहाने के पानी में सेंधा नमक डालें।
- स्टूल पास करने के बाद पोछने के लिए सॉफ्ट वाइप्स का यूज करें ताकि गुदा द्वार की सूजन नहीं बढ़ें।
- एनस में सूजन को कंट्रोल करने के लिए दिन में दो बार बर्फ से सिकाई करें।
- बॉडी को हाइड्रेट रखें। पानी का अधिक सेवन करेंगी तो स्टूल सॉफ्ट रहेगा और कब्ज से निजात मिलेगी।
- डाइट में फाइबर वाले फूड्स का अधिक सेवन करें। फाइबर का अधिक सेवन करने से स्टूल लूज होता है और कब्ज दूर होती है।
- एनस पर ज्यादा दबाव नहीं पड़े इसलिए आप ज्यादा समय तक बैठे या खड़ी नहीं रहें। लेटना आपके लिए बेहतर होगा।
- बैठते समय गुदा के नीचे तकिया रखें दर्द और सूजन कंट्रोल रहेगी।
- स्टूल पास करते समय ज्यादा प्रेशर नहीं लगाएं वरना बवासीर के लक्षणों में बढ़ोतरी हो सकती है।
- कीगल एक्सरसाइज करें और सिट्ज बाथ लें।