Election Commission: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly) से ठीक पहले सेवानिवृत्त नौकरशाह अरुण गोयल (Arun Goel) को शनिवार (19 नवंबर, 2022) को चुनाव आयुक्त (Election Commissioner) के रूप में नियुक्त किया गया है। देश के शीर्ष चुनाव निकाय में तीसरा पद छह महीने से खाली है। गोलय पंजाब कैडर के पूर्व अधिकारी है। नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के एक दिन बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) ने शनिवार को अरुण गोयल को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया।
शनिवार शाम को केंद्रीय कानून मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने अरुण गोयल, आईएएस (सेवानिवृत्त) को चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया है, जिस तारीख से वह पदभार ग्रहण करते हैं। 1985 बैच के पंजाब कैडर के अधिकारी अरुण गोयल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे के साथ चुनाव पैनल में शामिल होंगे।तीन सदस्यीय आयोग में एक चुनाव आयुक्त का पद 15 मई से खाली है, जब तत्कालीन चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सुशील चंद्रा के पद से सेवानिवृत्त होने पर मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार संभाला था। बता दें, अरुण गोयल के त्यागपत्र को पंजाब और केंद्र सरकार ने एक ही दिन में स्वीकार कर लिया गया। ऐसा बहुत कम होता है कि होम कैडर से लेकर पीएमओ तक फाइल एक ही दिन में क्लियर हो जाए। इसी कारण पूरी ब्यूरोक्रेसी में उनके इस्तीफे को लेकर चर्चा रही।
गोयल शुक्रवार तक भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव थे। उन्होंने कैबिनेट की नियुक्ति समिति के एक आदेश के अनुसार स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी, जिसने उनकी जगह उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी कामरान रिजवी को नियुक्त किया था। पहले उनके 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने की उम्मीद थी।
2019 में भारी उद्योग सचिव के रूप में नियुक्त होने से पहले, गोयल संस्कृति मंत्रालय के सचिव थे। उन्होंने दिल्ली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर नेपाल में
वहीं मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार नेपाल में रविवार को होने वाले आम चुनाव के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर शुक्रवार को यहां पहुंचे। कुमार (62) भारत के निर्वाचन आयोग के दो अधिकारियों सहित चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। नेपाल में 20 नवंबर को संघीय संसद के 275 सदस्यों और सात प्रांतीय विधानसभाओं की 550 सीट के लिए चुनाव होने हैं।