स्मार्ट सिटी फण्ड का हो रहा बंदरबांट…पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा..यदि मंत्रियों को नहीं बुलाया..तो किया जाएगा विरोध

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— सरकार स्मार्ट सिटी फण्ड का दुरूपयोग कर रही है। जनप्रतिनिधियों के नकारेपन के कारण स्मार्ट शहर की संकल्पना का मटियामेट हो गया है। भ्रष्टाचार में डूबी सरकार यदि लोकहित में काम करती तो बिलासपुर का नाम ना केवल देश में रोशन होता। बल्कि राष्ट्रीय आवार्ड की झड़ी लग जाती। यह बातें पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने नेहरू चौक के सामने स्मार्ट सिटी फण्ड के दुरूपयोग के खिलाफ धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के दौरान कही।

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पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने भाजयुमो और महिला मोर्चा पदाधिकारियों के साथ विकास भवन नगर निगम के सामने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान पूर्व मंत्री ने निगम और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा।। अमर ने कहा कि बिलासपुर आज विकास को तरस रहा है। धरना प्रदर्शन में शामिल मस्तूरी विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी ने भी निगम सरकार को आड़े हाथ लिया।

 

बिलासपुर को मिला स्मार्ट सिटी का तोहफा

अमर अग्रवाल ने बताया कि राज्य निर्माण के समय प्रदेश की राजधानी के रूप में शहर का नाम सबसे आगे आया। इसके बाद बिलासपुर के विकास की तरक्की को भाजपा सरकार ने रफ्तार दिया। केंद्र और राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने बिलापुर के विकास को प्राथमिकता में लिया। 2014 में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर को आधुनिक शहर बनाने का संकल्प लिया। देश के सौ स्मार्ट सिटी योजना में नया रायपुर और बिलासपुर को शामिल किया। 

अमर अग्रवाल ने बताया कि जून 2017 में ही स्मार्ट शहरों की घोषणा के एक सप्ताह के भीतर  एसपीवी बनाकर बिलासपुर की स्मार्ट सिटी के लिए  केंद्र सरकार ने 114 करोड़ रुपये जारी किया। पांच सालों तक केंद्र और  राज्य सरकार के माध्यम से 100 -100 करोड़ रुपए समेत 1000 करोड़ रुपए से स्मार्ट शहर बनाने का प्रावधान किया गया। 4000 करोड रुपए की योजना एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के आधार पर शहर के केवल 20 वार्डो के लिए स्वीकृत किया गया। अन्य इलाको के विकास को ध्यान में रखकर पीपीपी मॉडल आधारित विकास योजना तैयार किया गया।

मद परिवर्तन का खेल

पूर्व मंत्री ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के आते ही स्मार्ट शहर के विकास की गाड़ी में बेपटरी हो गई। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के बड़े काम दरकिनार कर दिया गया। अब खानापूर्ति का खेल हो रहा है। मल्टीप्लेक्स कमर्शियल काम्प्लेक्स, स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम और सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना धरी की धरी रह गयी है। जनता को ट्रैफिक के जंजाल से मुक्ति दिलाने वाली आईटीएमएस की योजना कहा अटकी है पता नहीं चल रहा है। बिना केंद्र सरकार की अनुमति से मद में परिवर्तन का खेल चल रहा है।

अल्टिमेटम के बाद भी रिपोर्ट पेश नहीं

अरपा किनारे 1800-1800 मीटर रोड और नाला निर्माण धीमी गति से चल रही है। मच्छरों से मुक्ति, गेटवे साइकल की योजना का अता पता नहीं है। 2023 डेडलाइन के बावजूद स्मार्ट सिटी का काम मात्र 25 प्रतिशत ही हुआ है। केंद्र सरकार ने भी अल्टीमेटम जारी कर जून 2023 तक समय के भीतर किए जाने वाले काम काज का रिपोर्ट मांगा है। बावजूद इसके कार्य में किसी प्रकार की प्रगति नहीं हुई है।

कमीशनखोरी का भेंट चढ़ा फण्ड

कंपनियों की बिलासपुर स्मार्ट सिटी में कोई दिलचस्पी नहीं है। इसके चलते कई महत्वाकांक्षी योजनाओं ने दम तोड़ दिया है। अमर अग्रवाल ने बताया कि 4000 करो रुपए का इंतजाम हमने किया। लेकिन 5 सालों में सरकार ने 100 करोड़ रुपए का ही काम किया। पंडित नेहरू के सौंदर्यीकरण कार्य को छेड़ा जा रहा है। हद तो तब हो गई जब कोनी इलाके में एरिया बेस डेवलपमेंट के बफर जोन से दूर विकास कार्य स्वीकृत कर स्मार्ट सिटी के फंड का बंदरबांट किया जा रहा है।

किया जाएगा विरोध

अमर ने बताया सेंट्रल लाइब्रेरी स्मार्ट सड़क, प्लेनेटोरियम रोहित सारे काम भाजपा के शासन काल में हुआ। फीता कांग्रेस सरकार ने काटा। सभी योजनाओं में केंद्र की भागीदारी के बावजूद किसी मंत्री को भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया। अमर अग्रवाल ने चुनौती देते हुए कहा कि केंद्र सरकार की राशि से हो रहे कार्यों में केंद्रीय मंत्री को नहीं बुलाया गया तो उद्घाटन कार्यक्रम का विरोध किया जाएगा।

बिलासपुर का होगा कायाकल्प

इस दौरान मस्तूरी विधायक डॉ बांधी ने कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि कांग्रेस नेता विकास के नाम पर लाचारी का रोना रोते हैं। कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों से जनता त्रस्त हो गयी है। अमर अग्रवाल के समय बिलासपुर का जितना विकास हुआ। उसे दुहराना कांग्रेस सरकार के बस में नहीं है। बांधी ने बताया कि 4 महीने बाद भाजपा की सरकार बनते ही बिलासपुर के विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जाएगा।

नेताओं ने किया शिरकत

 

धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में प्रवीण दुबे, रामदेव कुमावत, जयश्री चौकसे, दीपक सिंह, प्रवीर सेन गुप्ता,विजय ताम्रकार मनीष अग्रवाल जुगल अग्रवाल बबलू कश्यप,शैलेन्द्र यादव, सुकांत वर्मा, अमित चतुर्वेदी,अमित तिवारी, वैभव गुप्ता,रोहित मिश्रा,सत्येंद्र यादव,अखिलेश यादव, राज निषाद, गप्पू सोनकर,अमित सिंह,रोशन सलूजा,नितिन छाबड़ा, मनोज मिश्रा, प्रकाश यादव, विजय सिंह,कंचन दूसेजा,सुजाता मानिक, सोनिया साहु, गंगा साहु, नीता साहु, कविता वर्मा, मीना गोस्वामी, पुष्पा तिवारी, संजय गुप्ता, प्रभु नाथ विश्वकर्मा,पंकज तिवारी, श्रद्धा तिवारी, जितेन्द्र अंचल, सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं आम नागरिक उपस्थित रहे ।

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