कहीं सिंगल नाम…कहीं दावेदारों का नाम ही गायब..भड़के सीएम ने कहा..अध्यक्ष महोदय..ऐसे जिला अध्यक्षों को तत्काल हटाएं

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर/ रायपुर—रविवार को मुख्यमंत्री ने राजीव भवन में कांग्रेस नेताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होने बिलासपुर समेत प्रदेश के कमोबेश सभी कांग्रेस पदाधिकारियों को बातों ही बातों में जमकर धोया। मुख्यमंत्री ने कहा  ब्लाक से जिला कार्यालय होकर प्रदेश को जो नाम मिले हैं…उसमें कहीं से सिंगल नाम आया है तो कहीं से गंभीर दावेदारों को गायब करने की बात सामने आयी है। अध्यक्ष महोदनय यदि  75 सीट जीतना है तो शिकायत को ना केवल गंभीरता लिया जाए बल्कि बल्कि दबाव में काम करने वाले जिला अध्यक्षों को हटाना पड़े तो तत्काल हटाया जाए।

एक दिन पहले यानि रविवार को रायपुर स्थित राजीव भवनन कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सेलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मंत्री ताम्रध्वज साहू, प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव, मंत्री मोहन मरकाम, नंदकुमार साय ने संबोधित किया। सभी ने सरकार बनाने का संकल्प लिया। इस दौरान CM भूपेश बघेल ने ऐसे जिला अध्यक्षों को आड़े हाथ लेते हुए संबंधित विधानसभा सीट से सिंगल नाम का पैनल  के अलावा… रणनीति के तहत डमी आवेदकों का नाम भेजने पर नाराजगी भी किया।

सिंगल नाम पर भड़के सीएम

मुख्यमंत्री ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से कहा कि कई जिला अध्यक्ष ने दबाव या फिर खुद के हितों को ध्यान में रखकर  सिंगल नाम का पैनल रखा है। ऐसे जिला अध्यक्षों पर कार्रवाई करें। कुछ जगहों से शिकायत मिली है कि दावेदारों ने जिला अध्यक्षों पर दबाव बनाकर एक मात्र अपना ही नाम भेजा है। प्रदेश के एक जिले से तो यह भी जानकारी मिली है कि विधायक के घर का एक सदस्य विधायक की जगह अपना नाम पैनल में रखा है। इतना ही नहीं पैनल में क्षेत्र के किसी का भी नाम नहीं है। जबकि ऐसा संभव ही नहीं है। एक जिले में तो मौका पाकर अध्यक्ष ने दावेदार को दूसरे विधानसभा के लिए पैनल कर दिया। पता लगाना होगा कि आखिर यह सब रणनीति के तहत किया गया । या फिर खुद को प्रोजेक्ट करने के लिए किया गया है।

ऐसे जिलाध्यक्षों पर करें कार्रवाई

जानकारी देतें चलें कि विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने दावेदारों का नाम ब्लाक से फिर जिला और बाद में दावेदारों का नाम पैनल बनाकर प्रदेश अध्यक्ष को भेजा जाना है। लेकिन कुछ जिलों के कांग्रेस अध्यक्षों ने अपने चहेतों का नाम पैनल में शामिल कर भेजा है। दो तीन जगह ऐसा भी हुआ है कि वर्तमान विधायक के नाम की जगह सिर्फ विधायक के घर के सदस्य कान नाम पैनल में भेजा गया है। इतना ही नहीं जिला अध्यक्ष ने अधिकार से बाहर जाकर नाम का अनुशंसा भी किया है।  कुछ एक विधानसभा में तो कई गंभीर दावेदारों का नाम ही हटा दिया गया है। मामले की जानकारी मुख्यमंत्री  तक पहुंची। इसी बात को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नव  नियुक्त कार्यकारिणी को संबोधन के प्रदेश अध्यक्ष से कहा कि यदि 75 सीट पाने के साथ सरकार बनाना है तो दबाव में काम करने वाले जिला अध्यक्षों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें।

फोन के बाद नाम जोड़ा गया

जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री तक इस प्रकार की शिकायत बिलासपुर संभाग समेत रायपुर संभाग के कुछ विधानसभा से मिली है। यदि सूत्रों पर विश्वास करें तो दावेदारी का आवेदन किए जाने के बाद भी पैनल में नाम शामिल नहीं होने पर दावेदार अपने दर्द को अपने नेता के सामने रखा। नेता के फटकार के बाद जिला अध्यक्ष ने बाहर किए गए नाम को पैनल में जोड़ा।

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