फिर सामने आयी शिक्षा विभाग की लापरवाही…5 महीने बाद कार्रवाई की चर्चा..DEO ने बताया..स्थानांतरण होगा निरस्त

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—जिला शिक्षा विभाग से एक बार फिर बड़ी लापरवाही की बात सामने आयी है। विभाग सोता  रहा और एक शिक्षिका ने बायपास कर  शासन के नियमों को पलीता लगा दिया है। मामला सामने आते ही विभाग के अधिकारी कार्रवाई के साथ नोटिस की बात कह रहे हैं। जबकि मामला पांच महीने पुराना है।

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जानकारी देते चलें कि खासकर शिक्षा विभाग में  स्थानांतरण को लेकर अपने कुछ नियम कायदे हैं। मंत्रालय से लेकर विभाग तक इसका पालन गंभीरता के साथ किया जाता है। इसे सामान्य परिस्थितियों में  बदलना संभव नहीं है। बावजूद इसके बिलासपुर जिला शिक्षा विभाग में नियमों से खिलवाड़ किए जाने का मामला सामने आया है। 

बताते चलें कि विभागीय स्थानांतरण प्रक्रिया के अनुसार ट्राइवल संवर्ग और शिक्षा संवर्ग जिसे विभागीय कर्मचारी टी और ई संवर्ग कहते हैं। दोनो के बीच शिक्षकों का स्थानांतरण किसी भी सूरत में संभव नही है। बावजूद इसके शासन के नियम निर्देशों को ताक पर रखकर टी संवर्ग के शिक्षिका को ई संवर्ग स्कूल में स्थानांतरित कर दिया गया है।

 

विभाग को किया बायपास

 

यद्यपि आदेश शासन का है। बावजूद इसके आदेश में स्पष्ट है कि मानवीय त्रुटिवश टी संवर्ग से ई संवर्ग या ई संवर्ग से टी संवर्ग में स्थानांतरण होना पाया गया तो कर्मचारी इसकी जानकारी ना केवल अधिकारी को देंगे। ऐसी सूरत में स्थानांतरण को निरस्त माना जाएगा। लेकिन एक ऐसे ही आदेश पर विभाग के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। और ना ही शिक्षिका ने अधिकारियों को कुछ बताया ही। शिक्षिका ने बिना जिला शिक्षा विभाग को सूचित किए तखतपुर स्थित स्कूल पहुंचकर ज्वाइन भी कर लिया। ताज्जुब की बात है शासकीय पूर्व माध्यमिक  विद्यालय तखतपुर के प्राचार्य ने भी निर्देशों के खिलाफ जाकर शिक्षिका को सितम्बर 2022 में ज्वाइन पर भी करवा लिया।

 

धर्मजयगढ़ से तखतपुर

 

जानकारी हो कि सहायक शिक्षिका मूल रूप से टी संवर्ग स्कूल शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला दर्रीडीह धरमजयगढ़ से है। शासन ने शिक्षिका का स्थानांतरण 30 सितम्बर 2022 को तखतपुर स्थित शासकीय पूर् वन माध्यमिक शाला किया। नियमानुसार सहायक शिक्षिका को इसकी जानकारी शासन और प्रशासन को अवगत कराना था। लेकिन ऐसा नही किया गया। यह जानते हुए भी कि यदि जिला शिक्षा विभाग में इस बारे में कुछ बताया गया तो ज्वाइन करने से रोक दिया जाएगा। इसलिए बिना अधिकारियों को जानकारी दिए शिक्षिका ने तखतपुर पहुंचकर प्राचार्य को ज्वाइन दिया। मामले में जानकारी होने के बाद शिक्षा विभाग में जमकर हड़कम्प है।

 

नोटिस भेजकर पल्ला झाड़ा

मामले की जानकारी शिक्षा विभाग तक पहुंची। 31 जनवरी को स्कूल और विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस भेजकर पल्ला झाड़ लिया गया। ताकि किसी प्रकार के आरोप से बचा जा सके।

कारण बताओ नोटिस भेजा गया

विभाग के सहायक संचालक अजय कौशिक ने बताया कि किसी भी सूरत में सभी शिक्षकों को स्कूल में ज्वानिंग देने से पहले विभाग को अवगत कराना होता है। लेकिन सहायक शिक्षिका ने ऐसा कुछ नहीं किया। सीधे तखतपुर पहुंचकर प्राचार्य को ज्वाइनिंग दिया है। जानकारी के बाद तखतपुर बीईओ और प्रचार्य को 31 जनवनरी को एक नोटिस जारी कर जवाब पेश करने को कहा गया है।

 

मूल स्थान पर भेजा जाएगा।

मामले में जिला शिक्षा अधिकारी डी.के. कौशिक ने बताया कि टी .या ई संवर्ग शिक्षको के  बीच किसी भी सूरत में स्थानांतरण  संभव नहीं है। मामले को संज्ञान में लिया गया है। सहायक शिक्षिका को मूल स्थान पर भेजा जाएगा। 

स्थानांतरण का क्या है नियम

शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ई और टी संवर्ग के शिक्षकों के बीच किसी भी सूरत में स्थानांतरण का प्रावधान नहीं है।इस नियम से विभाग के प्रशासनिक अधिकारियोंक को छूट है। अधिकारी का स्थानांतरण किसी भी संवर्ग जिले में हो सकता है।

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