लड़खड़ाता..पुलिस कप्तान के दरबार में पहुंचा…बुजुर्ग…बताया..साहब भाई जमीन हड़प रहा..गाली गलौच,मारपीट करता है..नहीं सुन रही पुलिस

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—चकरभाठा निवासी रामचन्द्र धीरवानी अपनी पीड़ा और भाई की धमकी के अलावा स्थानीय पुलिस की शिकायत लेकर पुलिस कप्तान के दरबार में पहुंचे। दरबार में लड़खड़ाते हुए पहुंचने और कुछ देर इंतजार के बाद पुलिस कप्तान के सामने अपनी पीड़ा को रखा। रामचन्द्र धीरवानी ने बताया कि छोटा भाई जीने नहीं देता है। अब आंगन की हिस्से वाली जमीन भी हड़प रहा है। मना करने पर हमेशा की तरह अश्लील गाली गलौच के साथ मारपीट की धमकी देता है।  कई शिकायत के बाद भी स्थानीय पुलिस से कोई मदद नहीं मिल रही है।

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सोमवार की दोपहर करीब 12 बजे चकरभाठा निवासी 72 साल का बुजुर्ग  रामचन्द्र धीरवानी पुलिस कप्तान के दरबार में पहुंचा। कुछ देर बार लिखित शिकायत लेकर कप्तान के सामने हाजिर हुआ। बुजुर्ग ने बताया कि उसका घर बोदरी नगर पंचायत क वार्ड क्रमांक 8 में है। छोटे भाई का नाम लक्ष्मणदास धीरवानी है। दोनो भाई का घर बंटवारा के बाद दोनो की दीवार जुड़ी है। घर के सामने आंगन की जमीन है। आंगन का भी बांटवारा हो चुका है। मैने बंटवारा के बाद दोनो के बीच पत्थर का बुनियाद भी बना दिया है।

पुलिस कप्तान को लिखित में रामचन्द्र ने बताया कि पिछले कई महीनों से भाई इसी आंगन की नींव को लेकर लड़ाई झगड़ा करता है। कई बार नींव तोड़कर मेरी आंगन की तरफ खिसकने का प्रयास किया। मना करने पर भाई का परिवार गाली गलौच किया। और हाथ भी छोड़ा है…मैं बहुत दुखी हूं।

पिछले कुछ महीनों से भाई ने जीना मुश्किल कर दिया है। आंगन की नीव को मेरी तरफ खिसकाकर मकान निर्माण के लिए पिलर बना रहा है। हर बार की इस बार भी अपनी संपत्ति को बचाने के लिए विरोध किया। उसके परिवार ने मेरे ऊपर हाथ भी उठाया। मामले की शिकायत चकरभाठा थाना में किया। पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करते हुए सिर्फ सांत्वना देती है। किसी प्रकार की कार्रवाई भी नहीं कर रही है। जिसके कारण छोटे भाई हौसला बुलन्द होता जा रहा है। हर शिकायत पर पुलिस का टका सा जवाब होता है कि आपसी मामला है..सुलझा लो। लेकिन कैसे बताऊं की भाई ना केवल संपत्ति हड़पने को तैयार बैठा है। बल्कि जान से मारने की धमकी देता है।

मुलाकात के बाद रामचन्द्र ने बताया कि पुलिस कप्तान ने मामले को संज्ञान में लिया है। उन्होने कहा है कि मामला राजस्व का है। हम स्थानीय पुलिस से भी चर्चा करेंगे। समस्या निदान का प्रयास किया जाएगा। पीड़ित बुजुर्ग ने यह बी बताया कि उसकी जान खरते में है। छोटे भाई ने जीना मुश्किल कर दिया है। इतना ही नहीं उसने अब हमें ही अपनी दीवार बनाने से रोक दिया है। यदि पुलिस  कप्तान ने उचित कदम नहीं उठाया तो इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि उसकी जान भी चली जाए।

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