विश्रामपुर (मनीष जायसवाल )कोल इंडिया की हाई पवार कमेटी ने जो मजदूरी के मापदंड तय किये थे उससे कम भुगतान किये जाने को लेकर एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र की केतकी खदान में काम करने वाले मजदूर आक्रोशित है। मजदूरों के शोषण का सिलसिला बीते एक साल से चल रहा है।
इस समस्या के समाधान के लिए सैकड़ो की संख्या में ठेका श्रमिक एक रैली निकाल कर सूरजपुर जिला कलेक्टर के नाम से अपनी मांगों की फरियाद लेकर ज्ञापन सौंपा है।
कामरेड पंकज गर्ग ने बताया कि हम लगातार बिश्रामपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक को मजूदरो की समस्याओं से अवगत करवा रहे है। लेकिन प्रबंधन सुनने को तैयार नही है। इन्होंने ने षड़यंत्र करके 15 नवम्बर 2023 को द्वितीय पाली से बैठे गए सभी श्रमिकों को तत्काल काम से हटा दिया हमारी मांग में यह मूददा शामिल है कि इन्हें वापस लिया जाए।
इसके अलावा केतकी भूमिगत खदान में कार्यरत् सभी कामगारों को कोल इंडिया हाई पवार कमेटी द्वारा तय वेतन भुगतान किया जाए। एवं प्रतिमाह सम्पूर्ण विवरण के साथ वेतन पर्ची दी जाए।
बीते एक साल से हाई पावर कमेटी द्वारा मजदूरी से कम भुगतान हुए मजदूरी का भुगतान एरियर के रूप में किया जाए। साथ ही सीएमपीएफ खाता नंबर तथा कटौती का विवरण भी दिया जाए।
कामरेड का कहना है कि संयुक्त कोयला मजदूर संघ (एटक) के नेतृत्व में सैकड़ो ठेका मजदूर अपनी मांग को लेकर लगातार धरना, प्रदर्शन, भूख हड़ताल कर रहे है।
जिसके बाद भी श्रमिकों की मांग पूरी नहीं होने पर आज जिला मुख्यालय सूरजपुर में सैकड़ो की संख्या में ठेका श्रमिक एकत्रित होकर रैली कर कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए जिला कलेक्टर के नाम से अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
इसके बाद भी ठेका श्रमिकों के साथ न्याय नहीं किया जाता है तो आंदोलन के अगले चरण में ठेका श्रमिको की मांग को लेकर सीधी करते हुए काम बंद हड़ताल तथा ठेका श्रमिक सपरिवार केतकी खदान के अनिश्चित कालीन भू हड़ताल को बाध्य होगा जिसकी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।