युद्धवीर का बैंगलूरू में निधनःलिवर ट्रांसप्लांट से पहले दुनिया को कहा अलविदा..छोटी उम्र में खेल गए लम्बी पारी..पीछे छोड़ गए पत्नी और बच्ची

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिलीपसिंह जूदेव के सबसे छोटे पुत्र युद्धवीर सिंह का आज तड़के बैंगलुरू में इलाज के दौरान निधन हो गया है। युद्धवीर सिंह तीन भाईयों में सबसे छोटे थे। अपने पीछे पत्नी संयोगिता सिंह जूदेव और बेटी उद्यानिका सिंह जूदेव को छोड़ कर हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह दिया है।

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          सोमवार की सुबह करीब 4 बजकर 8 मिनट पर बैलंलुरू स्थित एस्टर हास्पिटल में इलाज के दौरान दिलीप सिंह जूदेव के तीसरे और सबसे छोटे बेटे युद्धवीर सिंहजूदेव का निधन हो गया है। युद्धवीर सिंह जूदेव को पहले ही दिल्ली स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जू देव को लिवर सिरोसिस हो गया था। केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में भर्ती करवाया था।

                      स्थिति बिगड़ते देख जूदेव को बैंगलुरू स्थित एस्टर हास्पिटल में लिवर ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती कराया गया। बीती रात जूदेव को हार्टअटैक आया..अटैक इतना जबरदस्त था कि फेफड़ा बुरी तरह से प्रभावित हो गया। अटैक के बाद लिवर भी बुरी तरह से डैमेज हो गया। उन्हें तत्काल आईसीयू में भर्ती कराया गया। प्रयास के बाद भी डाक्टर जूदेव को नहीं बचाया जा सका। सोमवार को ठीक 4 बजकर 8 मिनट पर युद्धवीर सिंह ने अस्पताल में अंतिम सांस ली है।

                   जूदेव परिवार के बहुत ही नजदीकी सुशांत शुक्ला ने बताया कि युद्धवीर सिंह के पार्थिव शरीर को बैंगलुरू से सीधे जशपुर लाया जाएगा। फिलहाल अभी पार्थिव शरीर बैंगलुरू में ही है। युद्धवीर सिंह 38 साल के थे। कम समय में उन्होने राजनीति में लगातार ऊंचाई को छुआ है। 

                  युद्धवीर सिंह जूदेव ने अपने राजनीतिक यात्रा की शुरूआत जशपुर से जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनकर शुरू किया। युद्धवीर ने प्रदेश बजरंग दल संयोजक की जिम्मेदारियों को भी निभाया। युवामोर्चा के जिला  अध्यक्ष भी बने। प्रदेश युवा मोर्चा उपाध्यक्ष पद का भी निर्वहन किया। चन्द्रपुर से दो बार विधायक भी बने। 

                      युद्धवीर सिंह जूदेव ने लोक निर्माण विभाग में संसदीय सचिव की भी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। पांच साल वेवरेज कार्पोरेशन चैयरमैन की जिम्मेदारियों को भी निभाया।वर्तमान में भाजपा संगठन में प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे थे।

                                युद्धवीर सिंह की पत्नी का नाम संयोगिता सिंहजूदेव और बेटी का नाम उद्यानिका सिंहजूदेव  है।

           युद्वीर सिंह जूदेव अपने भाइयों में सबसे छोटे थे। बड़े भाई शंत्रुन्ज्य प्रताप सिंहजूदेव का निधन साल 2012 में हो गया है। मझले भाई का नाम प्रबल प्रताप सिंह जूदेव है।

 

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